RBI द्वारा रेपाे रेट में 0.50 प्रतिशत की कटाैती

07 Jun 2025 22:45:22
 

RBI 
 
कर्जधारकाें और लाेन लेने की याेजना बना रहे लाेगाें के लिए एक राहत भरी खबर है. भारतीय रिजर्व बैंक ने अपनी माैद्रिक नीति समीक्षा में रेपाे रेट में 50 आधार अंकाें की कमी कर दी है. यह बाजार की उम्मीद से अधिक है. रेपाे रेट 6 फीसदी से घट कर 5.50 फीसदी रह गई है. रिजर्व बैंक के गवर्नर संजय मल्हाेत्रा ने इसका ऐलान किया.इस नीति गत दर में यह लगातार तीसरी कमी है.इसका सीधा असर हाेम लाेन की ईएमआई पर पड़ता है, क्याेंकि हाेम लाेन की दरें रेपाे रेट से जुड़ी हाेती हैं. इससे पहले फरवरी और अप्रैल की माैद्रिक नीति समीक्षा में आरबीआई ने रेपाे रेट में 25-25 आधार अंकाें की कमी की थी.
 
जबकि इसके पहले 5 साल तक रेपाे रेट में काेई कमी नहीं की गई थी. कम ब्याज दराें का सकारात्मक असर घराें और काराें की बिक्री पर ताे पड़ता ही है, साथ ही यह पूरी अर्थव्यवस्था में लिक्विडिटी काे बढ़ा कर ग्राेथ प्रदान करता है.आरबीआई ने कैश रिजर्व रेश्याे में भी 100 आधार अंकाें की कमी करते हुए इसे घटाकर 3 फीसदी कर दिया है. पहले यह दर 4 फीसदी थी. यह वह राशि है, जिसे बैंकाें काे हमेशा अपने पास कैश में रखना पड़ता है. इसमें कटाैती से बैंकाें के पास लाेन देने के लिए ज्यादा पैसे उपलब्ध हाेंगे. आरबीआई ने SDF काे भी घटाकर 5.25 कर दिया है. साथ ही Bank Rate काे भी 5.75 फीसदी कर दिया है. इससे बैंकाें काे आरबीआई से लाेन लेने में भी राहत मिलेगी.
 
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि महंगाई दर 4% से नीचे बनी हुई है और जीडीपी ग्राेथ भी संताेषजनक बनी हुई है. रेट कम करने के निर्णय से मार्केट में खपत बढ़ेगी, जिससे अर्थव्यवस्था काे और गति मिलेगी. आरबीआई ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए जीडीपी ग्राेथ का अनुमान 6.5 फीसदी पर स्थिर रखा है.आरबीआई गवर्नर ने कहा कि पिछले 6 महीनाें में महंगाई की दर 4% के लक्ष्य से नीचे आ गई है. वैश्विक मंदी और कमाेडिटी कीमताें में गिरावट के चलते इस साल महंगाई दर 3.7% रहने का अनुमान है.वहीं, विकास दर अभी भी अपेक्षाओं से कम है. इसलिए घरेलू मांग काे बढ़ावा देने के लिए चझउ ने रेपाे रेट में 0.50% की कटाैती कर इसे 5.50% करने का निर्णय लिया है. यह कदम निवेश और उपभाेग काे प्राेत्साहित करेगा.
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