पुणे, 8 जून (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क) भविष्य के भारत की दिशा और कार्बन उत्सर्जन को शून्य पर लाने के लिए आवश्यक रणनीति का रोडमैप डॉ. प्रमोद चौधरी की पुस्तक में प्रस्तुत किया गया है. इस पुस्तक में व्यक्त उनके विचार और अनुभव नवउद्यमियों और देश के लिए कुछ कर गुजरने की प्रेरणा रखने वालों के लिए प्रेरणास्रोत बनेंगे, ऐसा वेिशास मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने व्यक्त किया. डॉ. प्रमोद चौधरी के उद्यमशील सफर पर आधारित ‘पैलतीरावरून... तर असं झालं' नामक पुस्तक का विमोचन शनिवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के हाथों पुणे के कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में संपन्न हुआ. इस अवसर पर राज्य के उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल, प्राज इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष और लेखक डॉ. प्रमोद चौधरी, भारतीय मराठी साहित्य मंडल के अध्यक्ष प्रो. मिलिंद जोशी, प्रकाशक विकास सोनी और अतुल मुले आदि उपस्थित थे. मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि डॉ. प्रमोद चौधरी जैसे नवाचार को समर्पित शोधकर्ता की पुस्तक का विमोचन करते हुए उन्हें अत्यंत प्रसन्नता हो रही है. पुस्तक का अवलोकन करते हुए उन्होंने कहा कि डॉ. चौधरी का जीवन संघर्षपूर्ण रहा है, और उन्होंने अगली पीढ़ी के लिए जो विचार प्रस्तुत किए हैं, वे अत्यंत महत्वपूर्ण हैं. किसी व्यक्ति का व्यक्तित्व उसके विचारों से झलकता है. इस पुस्तक से उनके जीवन के मूल्य और कठिन परिस्थितियों में प्राप्त की गई सफलता सामने आती है. गुणवत्ता, तकनीक, वेिशास और ईमानदारी के बल पर उन्होंने उद्योग जगत में सफलता प्राप्त की. पुस्तक में 2009 से 2014 तक के संघर्षपूर्ण काल की औद्योगिक स्थिति का विवरण है. इथेनॉल को लेकर तत्कालीन प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के समय में सकारात्मक निर्णय लिए गए. चीनी उद्योग की समस्याओं को हल करने के लिए नई तकनीक उपलब्ध कराना और इस उद्योग को आगे ले जाने में प्राज का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है.चीनी उद्योग से जुड़े लाखों किसानों को लाभ देने के लिए सह-उत्पादों का निर्माण एक प्रमुख भूमिका निभाता है.