हृदय को जागृत करने वाली शक्ति का स्रोत है गुरु

01 Jul 2025 11:16:36
 
guru
 
 
बुधवार पेठ, 30 जून (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
गुरुचरित्र केवल एक ग्रंथ नहीं बल्कि पूरे जीवन के लिए मार्गदर्शक है. गुरु केवल शिक्षा देने वाली ग्रंथ नहीं बल्कि हृदय को जागृत करने वाली शक्ति का स्रोत है. संत श्रेष्ठ ज्ञानेेशर महाराज, समर्थ रामदास स्वामी द्वारा दिखाई गई गुरु भक्ति ही गुरु पूर्णिमा का सार है, ऐसे विचार श्री ज्ञानेेशर महाराज संस्थान (आलंदी) की प्रथम महिला ट्रस्टी एड. डॉ. रोहिणी पवार ने रखे. वे श्रीमती लक्ष्मीबाई दगडूशेठ हलवाई दत्त मंदिर ट्रस्ट द्वारा आयोजित गुरु पूर्णिमा सप्ताह के उद्घाटन में बोल रही थीं. यह कार्यक्रम श्री दत्त मंदिर परिसर में आयोजित किया गया था.
 
इस अवसर पर ट्रस्ट के अध्यक्ष एड. शिवराज कदम जहागीरदार, कार्यकारी ट्रस्टी एड. रजनी उकरंडे, कोषाध्यक्ष युवराज गाड़वे, महोत्सव प्रमुख महेंद्र पिसाल, ट्रस्टी सुनील रुकारी, राजेंद्र बलकवड़े, अंजलि कालकर आदि उपस्थित थे. महोत्सव का यह 128वां वर्ष है. कार्यक्रम में दिव्यांग बच्चों द्वारा गंध फुलांचा गीतांचा, यह संगीतमय कार्यक्रम बाल कल्याण संगठन (पुणे) की ओर से प्रस्तुत किया गया. बताया गया कि श्री गुरु चरित्र पारायण, विभिन्न भजन मंडलियों की भजन सेवा, कीर्तन, प्रवचन, समग्र गीता पाठ आदि कार्यक्रम इस सप्ताह संपन्न होंगे. ट्रस्ट ने पुणेवासियों से बड़ी संख्या में भाग लेने की अपील की है. एड. शिवराज कदम जहागीरदार ने बताया कि गुरु पूर्णिमा के अवसर पर शुक्रवार (11 जुलाई) तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं.
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