मुंबई, 11 जुलाई (वि.प्र.) विधान परिषद की उपसभापति डॉ. नीलम गोर्हे ने सोयाबीन सहकारी खरीद केंद्र में करोड़ों रुपये की खरीद प्रक्रिया में कथित अनियमितताओं के मामले में संबंधित अधिकारियों पर लगे आरोपों को तत्काल हटाने के निर्देश दिए. उन्होंने सदन में स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा, अगले दो घंटों के भीतर कार्रवाई की जाए, अन्यथा, दपतावेज नष्ट होने का खतरा है. विधान परिषद सदस्य विक्रम काले ने जालना जिले के भोकरदन तहसील में फर्जी सोयाबीन खरीद मामले का विवरण प्रस्तुत किया और ऐसे 307 अपराधों में शामिल दौंड परिवार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. उन्होंने उन पर खरीद केंद्रों के माध्यम से उन किसानों से खरीद करने का आरोप लगाया जिनके पास फसल रिकॉर्ड नहीं थे और फर्जी संगठनों के माध्यम से धन शोधन किया. इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए, मंत्री जयकुमार रावल ने कहा कि 2519 किसानों से 39 हजार क्विंटल सोयाबीन खरीदा गया. इसमें 19 किसानों के पास सोयाबीन नहीं था, फिर भी उनसे खरीद दिखाकर धन हस्तांतरित किया गया. वर्तमान में, इस संबंध में भागवत दौंड और नौ अन्य के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं और पुलिस जांच जारी है. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जिला चिकित्सा अधिकारी विजय राठौड़ की भूमिका की भी जांच की जाएगी. इस पर कड़ा रुख अपनाते हुए डॉ. गोर्हेे ने मांग की कि जिला स्तर पर दोषी अधिकारियों को आज ही पद से हटाया जाए. उन्होंने दृढ़ता से कहा, इस तरह के भ्रष्ट आचरण से किसानों के साथ अन्याय होता है.