समाज में सकारात्मक चीजाें की तुलना में बुरी चीजें अधिक प्रचलित : माेहन भागवत

19 Jul 2025 19:45:14
 
 
 

Bhagvat 
 
आज भी समाज में बड़े पैमाने पर अच्छे काम हाे रहे हैं. इस सकारात्मकता काे देखने के लिए, बस एक सकारात्मक दृष्टिकाेण की आवश्यकता है.समाज में बुराई ज़्यादा व्याप्त है.वास्तव में, अच्छाई का काम चालीस गुना तेज़ी से चल रहा है. जहां एक अच्छा काम हाेता है, वहां दूसरे अच्छे काम के बीज भी बाेए जाते हैं, ऐसा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक माेहन भागवत ने कहा. भागवत साेलापुर में उद्याेगवर्धिनी संस्था की रजत जयंती के उपलक्ष्य में आयाेजित एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बाेल रहे थेहुतात्मा स्मृति मंदिर में कड़ी सुरक्षा के बीच आयाेजित इस कार्यक्रम में भागवत ने महिला सशक्तिकरण के लिए कार्यरत उद्याेगवर्धिनी की खुलकर प्रशंसा की.
 
उन्हाेंने कहा, महिलाओं का सम्मान करना और उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करना न केवल सामाजिक बल्कि राष्ट्र की प्रगति के लिए भी आवश्यक है. ईश्वर ने स्त्री और पुरुष दाेनाें काे समान गुण दिए हैं. लेकिन विशेष रूप से महिलाओं काे, उन्हाेंने स्नेह का एक विशेष गुण दिया है.यही उन्हें महानता प्रदान करता है.इसलिए, पुरुषाें काे कभी भी अपने उद्धार का अहंकार नहीं करना चाहिए. उन्हाेंने कहा कि महिलाओं काे समान अवसर देना और उनके पीछे दृढ़ता से खड़ा हाेना ही सच्ची राष्ट्र सेवा है.
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