राज्य विधानमंडल का मानसून सत्र शुरू हाे गया है. शिवसेना (यूबीटी) पार्टी प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे इस सत्र में शामिल हुए. सत्र में शामिल हाेने से पहले उन्हाेंने मीडिया से भी बातचीत की. इस अवसर पर उन्हाेंने पत्रकाराें से बात करते हुए एक मराठी धारावाहिक अखबार में छपे विज्ञापन के आधार पर अप्रत्यक्ष रूप से बीजेपी पर कटाक्ष किया. 100 में से 100 अंक लाए, कमली नंबर है... लेकिन मुझे जिज्ञासा है कि इस कमली पर काैन सी भाषा थाेपी गई? क्या उसने ईवीएम का इस्तेमाल किया? ठाकरे के यह कहने के बाद उपस्थित लाेगाें में ठहाके गूंज उठे.राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार राज्य में त्रिभाषा फाॅर्मूला लागू करने की याेजना थी. हालांकि, शिवसेना (यूबीटी), महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना, मराठी अभ्यास केंद्र और समान विचारधारा वाले संगठनाें ने राज्य के स्कूलाें में हिंदी की अनिवार्यता का कड़ा विराेध किया. विपक्षी दलाें द्वारा दुविधा पैदा करने के बाद, भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने तीन-भाषा फाॅर्मूले से संबंधित दाे सरकारी आदेशाें काे रद्द करने की घाेषणा की.
विपक्षी दल द्वारा मराठी सहित विभिन्न मुद्दाें पर सरकार काे घेरने की काेशिश करने और विधानमंडल परिसर में जाेरदार विराेध प्रदर्शन करने पर सरकार ने संबंधित दाे आदेश रद्द किये. विपक्ष ने विधानमंडल परिसर में पत्रकाराें से बातचीत की और मराठी सहित विभिन्न मुद्दाें पर टिप्पणी कर राज्य सरकार की आलाेचना की. उन्हाेंने मराठी धारावाहिक ‘कमली’ के विज्ञापन काे आधार बनाकर बीजेपी की आलाेचना की. एक मराठी चैनल पर हर रात 9 बजे एक नया धारावाहिक ‘कमली’ दिखाया जाने वाला है. इस पर, ‘कमली’ काे 100 में से 100 अंक मिले.इस विज्ञापन के आधार पर उद्धव ठाकरे ने बीजेपी पर निशाना साधा है. मैंने मराठी अखबाराें में इस तरह के विज्ञापन देखे हैं. इसलिए मुझे जिज्ञासा है कि यह कमली किस भाषा के स्कूल में पढ़ी है? इस कमली काे काैन सी भाषा सीखने के लिए मजबूर किया गया था?