राज्य विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन मंगलवार काे किसानाें के अपमान, स्कूलाें में घटिया गुणवत्ता का आहार, कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति जैसे विभिन्न मुद्दाें पर विपक्ष ने सरकार पर जाेरदार प्रहार किया. मंगलवार काे विधान मंडल के दाेनाें सदनाें में जमकर हंगामा हुआ. किसानाें की उपेक्षा, अपमान, स्कूलाें में घटिया आहार, कानून व्यवस्था व श्नितपीठ जैसे मुद्दाें पर विपक्षने सरकार काे घेरा. राज्य में बिगड़ती कानून-व्यवस्था व बढ़ती गुंडागर्दी काे लेकर विपक्षी सदस्याें ने सरकार पर जाेरदार प्रहार किया.कांग्रेस नेता नाना पटाेले ने भाजपा के बबनराव लाेणीकर व कृषि मंत्री माणिकराव काेकाटे द्वारा किसानाें के अपमान का मुद्दा आक्रामक तरीके से उठाया. विधानसभा अध्यक्ष तथा सीएम देवेंद्र फडणवीस के साथ तीखी नाेक-झाेंक के बाद उन्हें दिनभर के लिए सस्पेंड किया गया.
पटाेले के निलंबन काे विपक्ष ने अभिव्य्नित का दमन करार दिया और उसके बाद पूरे विपक्ष द्वारा सदन से वाकआउट कर दिया. इस बीच, विपक्ष द्वारा विधान भवन की सीढ़ियाें पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई.सदन में पटाेले ने भाजपा नेता बबनराव लाेणीकर और कृषि मंत्री माणिकराव काेकाटे द्वारा किसानाें का अपमान किये जाने का मुद्दा उठाया. पटाेले के निलंबन के बाद विपक्ष ने सदन से वाकआउट कर दिया. विधान भवन की सीढ़ियाें पर शक्तिपीठ हाई-वे के खिलाफ विपक्षी सदस्याें ने नारे लगाए. नाना पटाेले ने भाजपा नेता बबनराव लाेणीकर और कृषि मंत्री माणिकराव काेकाटे द्वारा किसानाें का अपमान किये जाने का मुद्दा उठाया. हालांकि, स्पीकर राहुल नार्वे कर ने यह कहते हुए बैठक काे 5 मिनट के लिए स्थगित कर दिया कि नाना पटाेले ने असंसदीय शब्दाें का इस्तेमाल किया है.नाना पटाेले ने सदन में मांग की थी कि मुख्यमंत्री काे किसानाें से माफी मांगनी चाहिए.
नाना पटाेले और विजय वडेट्टीवार सीधे स्पीकर के आसन पर चढ़ गए और राजदंड के सामने जाकर मांग की कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस लाेणीकर मामले में माफी मांगें. इसके बाद स्पीकर ने नाना पटाेले काे निलंबित कर दिया. नाना पटाेले ने शक्तिपीठ हाई-वे परियाेजना और किसानाें के मुद्दे पर आवाज़ उठाते हुए स्पीकर के पास रखे राजदंड काे हाथ लगाया, इसलिएउन्हें सस्पेंड किया गया. वहीं विपक्ष ने आराेप लगाया कि उन्हें सदन में बाेलने नहीं दिया गया. विपक्ष ने कहा कि जब तक सरकार बबनराव लाेणीकर के बयान के लिए माफी नहीं मांगती, वे सदन की कार्यवाही में हिस्सा नहीं लेंगे. वडेट्टीवार ने कहा कि हमारी मांग यही थी कि बीजेपी के विधायक ने जाे किसानाें का अपमान किया उन्हें अपशब्द कहे, वाे किसानाें से माफी मांगें. हमने सरकार से यही मांग रखी थी, लेकिन सरकार ने उल्टा नाना पटाेले काे सस्पेंड कर दिया.