एक बड़ी कार्रवाई में, मध्य रेल के रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ), नारकाेटिक्स कंट्राेल ब्यूराे (एनसीबी) बेंगलुरु, और अपराध खुफिया शाखा (सीआईबी) कुर्ला, मुंबई के एक संयुक्त अभियान ने नशीले पदार्थाें की तस्करी के एक बड़े रैकेट का भंडाफाेड़ किया है. 18 जुलाई काे, ट्रेन संख्या 12618 हजरत निजामुद्दीन-एर्नाकुलम मंगला एक्सप्रेस से भारी मात्रा में ड्रग्स के साथ एक नाइजीरियन महिला काे गिरफ्तार किया गया. एनसीबी बेंगलुरु से मिली विशिष्ट जानकारी के आधार पर, आरपीएफ पनवेल की हेड अंजनी बाबर के नेतृत्व में एक टीम ने पनवेल रेलवे स्टेशन के प्लेटफाॅर्म संख्या 7 पर ट्रेन की तलाशी ली.तलाशी के दाैरान, काेच ए-2 की सीट संख्या 27 पर एक नाइजीरियन महिला, जिसकी पहचान एतुमुदाेन डाेरिस के रूप में हुई, एक बच्चे के साथ मिली.
पूछताछ में उसने अपने बैग में नशीले पदार्थ हाेने की बात कबूल की. उसके बहुरंगी ट्रैवल बैग की गहन तलाशी में, अधिकारियाें काे रबर के कपड़े में लिपटे दाे काले पैकेट मिले, जिनमें 2.002 किलाेग्राम काेकीन पाया गया. आगे की जांच में, बच्चाें के मिकी माउस थीम वाले बैग से 1.488 किलाेग्राम मेथामफेटामाइन भी बरामद हुई.जब्त किए गए इन नशीले पदार्थाें का कुल अनुमानित बाजार मूल्य लगभग 36 कराेड़ आंका गया है. नाइजीरियन महिला काे केस 21/2025/बीजेडयू में आराेपी संख्या 3 बनाया गया है, और एनसीबी के जांच अधिकारी की देखरेख में आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है. यह सफल अभियान विभिन्न कानून प्रवर्तन एजेंसियाें के बीच बेहतरीन समन्वय और भारत के रेल नेटवर्क के माध्यम से नशीले पदार्थाें की तस्करी काे राेकने की उनकी दृढ़ प्रतिबद्धता काे दर्शाता है.