बावधन, 25 जुलाई (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)विश्व नशा मुक्ति दिवस के अवसर पर सूर्यदत्त ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट्स में जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस अवसर पर नशा मुक्त, स्वस्थ समाज की संकल्पना को दोहराते हुए नशा मुक्त भारत अभियान का क्रियान्वयन किया गया. यह कार्यक्रम सूर्यदत्त एजुकेशन फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. डॉ. संजय बी. चोरडिया और उपाध्यक्ष सुषमा चोरडिया के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया. सूर्यदत्त नेशनल स्कूल, सूर्यदत्त इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ साइंसेज कॉलेज ऑफ फिजियोथेरेपी, सूर्यदत्त जूनियर कॉलेज, सूर्यदत्त पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों ने नशा मुक्त भारत के लिए पदयात्रा निकाली. छात्रों ने ‘नशे को ना कहें, आशा को हां कहें' का नारा दिया. सूर्यदत्त की एसोसिएट वाइस प्रेसिडेंट स्नेहल नवलखा और सूर्यदत्त इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ साइंसेज की प्रिंसिपल डॉ. सिमी रेठरेकर ने पदयात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. संस्था के बावधन कैंपस में स्थित बंसीरत्न सभागार में आयोजित कार्यक्रम में बावधन पुलिस स्टेशन के सहायक पुलिस निरीक्षक डॉ. अशोक डोंगरे, पुलिस उपनिरीक्षक चंद्रकांत जाधव, पुलिसकर्मी सुभाष बहिरट, सूरज टिलेकर, कावेरी बांगर आदि उपस्थित थे. नीलिमा मगरे ने सभी अतिथियों का परिचय कराया. सूर्यदत्त संस्थान के सभी विभागों के छात्रों, शिक्षण और गैर- शिक्षण कर्मचारियों ने कार्यक्रम में भाग लिया. इस अवसर पर नशीली दवाओं के सेवन के दुष्प्रभावों पर आधारित लघु फिल्में दिखाई गईं. डॉ. अशोक डोंगरे ने प्रतिभागियों को व्यसनों से दूर रहने के तरीके बताए और अच्छे स्वास्थ्य के महत्व पर बल दिया. उन्होंने छात्रों की शंकाओं का समाधान भी किया. सूर्यदत्त जूनियर कॉलेज की प्राचार्या डॉ. किरण राव ने छात्रों को नशा मुक्ति की शपथ दिलाई.