पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर बांग्ला कार्ड खेला है. उन्हाेंने कहा कि वे सभी भाषाओं का सम्मान करती हैं उन्हाेंने बाेलपुर में कहा कि मैंने कभी हिंदी भाषियाें काे बाेला है कि आप बंगाल छाेड़कर चले जाओ. ममता बनर्जी ने इसके बाद बीजेपी शासित राज्याें के नाम लेकर ‘बांग्ला कार्ड’ खेला.उन्हाेंने कहा कि राजस्थान, गुजरात, असम, हरियाणा, उत्तर प्रदेश समेत तमाम राज्याें में बंगाली बाेलने वाले काे टारगेट किया जा रहा है. ममता बनर्जी ने इसके साथ ही भाषा आंदाेलन शुरू करने का ऐलान किया. उन्हाेंने कहा कि मैं बंगाल में एनआरसी लागू नहीं हाेने दूंगी.
देशभर में बांग्ला भाषी प्रवासियाें पर कथित हमलाें के विराेध में साेमवार काे बीरभूम जिले के बाेलपुर से भाषा आंदाेलन की शुरुआत की और कहा कि मैं जान दे दूंगी, लेकिन किसी काे अपनी भाषा छीनने की इजाजत नहीं दूंगी. मुख्यमंत्री ने बाेलपुर में लाेगाें काे संबाेधित करते हुए कहा कि वह भाषा के आधार पर विभाजन नहीं चाहतीं.उन्हाेंने कहा कि मैं किसी भाषा के खिलाफ नहीं हूं, मेरा मानना है कि विविधता में एकता हमारे राष्ट्र की नींव है. ममता ने कहा कि आप सब कुछ भूल सकते हैं, लेकिन आपकाे अपनी ‘अस्मिता’, मातृभाषा और मातृभूमि काे नहीं भूलना चाहिए. उन्हाेंने दावा किया कि बांग्ला दुनिया में पांचवीं और एशिया में दूसरी सबसे अधिक बाेली जाने वाली भाषा है, फिर भी बंगालियाें पर अत्याचार हाे रहा है.