अ्नसर शरीर भारी हाेने पर कमर दर्द हाे जाता है.
जल्दी-जल्दी सीढ़ी चढ़ना-उतरना भी कमरदर्द काे बढ़ावा देता है.
भारी वजन उठाने से भी कमर में दर्द हाे जाता है.
अधिक देर तक खड़े रह कर काम करने से भी कमरदर्द हाेता है.
झुककर काम करने से मांसपेशियाें पर अधिक दबाव पड़ता है जिससे कमरदर्द की परेशानी का सामना करना पड़ता है.
रीढ़ की हड्डी में सूजन हाेने पर भी कमर दर्द हाेता है.
कामकाजी लाेगाें की कुर्सी यदि आरामदायक नहीं है ताे भी कमर दर्द हाे जाता है.
बचाव
सीढ़ियाें पर आराम से उतरें चढ़ें.
अकेले अधिक वजन न उठायें, किसी दूसरे की मदद लें.
यदि आप का शरीर भारी है ताे अपना वजन कम करने का प्रयास करें.
पतले रुई के गद्दे पर या माेटी दरी बिछाकर सख्त सपाट जगह पर साेयें.
लगातार खड़े हाेकर काम न करें.बीच-बीच में कुछ टहलें या बैठकर काम करें.
काम करने की कुर्सी-मेज आरामदायक हाेने चाहिये. कुर्सी और मेज की ऊंचाई में अंतर उचित हाेना चाहिए.
कुर्सी पर बैठते समय कुर्सी का पूरा सहारा लेकर बैठें.
पैराें के नीचे छाेटा स्टूल रखें. पैर अधिक समय तक लटकाकर न रखें.
शीत ऋतु में कमर काे उचित गर्म वस्त्राें से ढककर रखें.