मध्य रेल के महाप्रबंधक श्री धर्मवीर मीणा ने मंगलवार, 1 जुलाई, 2025 काे पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक का अतिरिक्त कार्यभार ग्रहण कर लिया है.भारतीय रेल सिगनल इंजीनियर्स सेवा (आईआरएसएसई) के 1988 बैच के अधिकारी मीणा ने इलेक्ट्राॅनिक्स और संचार में बी.ई. की डिग्री हासिल की है और कानून में मास्टर्स भी हैं.उन्हाेंने मार्च 1990 में रेलवे सेवा में प्रवेश किया और दक्षिण पूर्व रेलवे, पश्चिम रेलवे, पश्चिम मध्य रेलवे और मध्य रेल में कई महत्वपूर्ण पदाें पर कार्य किया है.अपने करियर के दाैरान, मीणा ने चुनाैतीपूर्ण सिगनलिंग परियाेजनाओं और विभिन्न मल्टीट्रैकिंग व सुरक्षा संबंधी कार्याें काे रिकाॅर्ड समय में पूरा करने के लिए जाने जाते हैं.
पश्चिम रेलवे में उन्हाेंने प्रणालियाें की विश्वसनीयता में सुधार, सिगनलिंग प्रतिष्ठानाें और दाेहरीकरण परियाेजनाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उनके अथक प्रयासाें से प्रति सप्ताह एक से अधिक इंस्टाॅलेशन चालू किए गए, जिससे गतिशीलता और थ्रूपुट में वृद्धि हुई. पश्चिम मध्य रेलवे में प्रमुख मुख्य सिगनलिंग एवं दूरसंचार इंजीनियर (पीसीएसटीई) के रूप में, उन्हाेंने 548 किलाेमीटर तक कवच कार्याें और 994 मार्गाें वाले न्यू कटनी जंक्शन (एनकेजे) के मेगा यार्ड में इलेक्ट्राॅनिक इंटरलाॅकिंग (ईआई) सहित कई बड़े कार्याें काे सफलतापूर्वक स्थापित किया. मध्य रेल के पीसीएसटीई के रूप में, उनके कार्यकाल में रिकाॅर्ड 88 सिगनलिंग और संबंधित प्रतिष्ठान 126 दिनाें के भीतर पूरे किए गए, जिसमें सीएसएमटी में ईआई और स्वचालित ब्लाॅक सिगनलिंग शामिल हैं. उनके नेतृत्व में मध्य रेल पूरे क्षेत्रीय नेटवर्क के लिए कवच काे लागू करने वाला भारतीय रेल का पहला ज़ाेन बन गया है.