गुलटेकड़ी, 2 जुलाई (आ.प्र.)
ट्रांसपोर्टरों की अनिश्चितकालीन हड़ताल से राज्यभर में चक्का जाम मंगलवार रात्रि से शुरू हो गया. हजारों ट्रकों के पहिए थम गए. हड़ताल के चलते आवश्यक वस्तुओं की ढुलाई भी प्रभावित हो रही है. ई-चालान के चलते भारी जुर्माने को लेकर ट्रांसपोर्टरों में जबर्दस्त गुस्सा है. ट्रांसपोर्टरों ने जबरन वसूली तथा अन्यायकारक ई-चालान रद्द करने की मांग सरकार से की है. ट्रांसपोर्टरों ने कहा- सीएम द्वारा लिखित आश्वासन दिए जाने तक हड़ताल जारी रहेगा. विस्तार से प्राप्त खबरों के अनुसार हड़ताल की वजह से कई बाजारों में माल नहीं पहुंच पाया है. अनुमान है कि अगले एक से दो दिनों में खरीद-बिक्री पर इसका असर दिखने लगेगा. इस हड़ताल में पुणे शहर के निजी बस चालकों ने कल से हड़ताल में शामिल होने का फैसला किया है. पुणे समेत राज्य भर में विभिन्न मांगों को लेकर माल ट्रांसपोर्टर संगठनों द्वारा आहूत विरोध प्रदर्शन को बुधवार (2 जुलाई) को शहर और उसके आसपास के इलाकों में अच्छी प्रतिक्रिया मिली.
किसानों की कृषि उपज को नुकसान से बचाने के लिए पहले दिन कृषि माल परिवहन करने वाले वाहनों को विरोध प्रदर्शन से छूट दी गई थी. महाराष्ट्र राज्य वाहन चालक-मालिक प्रतिनिधि महासंघ के अध्यक्ष डॉ. बाबा शिंदे ने बताया हालांकि, ये वाहन 3 जुलाई से विरोध प्रदर्शन में शामिल होंगे. ट्रांसपोर्टरों के मुद्दे को लेकर बुधवार को मंत्रालय में बैठक हुई. इसमें राज्य के ट्रांसपोर्टर संगठन मौजूद थे. हालांकि राज्य सरकार की ओर से लिखित में कोई ठोस निर्णय नहीं दिया गया है. भी ट्रांसपोर्ट संगठनों की ओर से डॉ. बाबा शिंदे ने कहा कि जब तक सरकार लिखित में पत्र जारी नहीं करती कि पिछले ई-चालान का जुर्माना माफ कर दिया जाएगा, तब तक चक्का जाम जारी रहेगा.
माल ट्रांसपोर्टर संगठनों ने यातायात पुलिस द्वारा जबरन जुर्माना वसूली पर तत्काल रोक लगाने, पूर्व में लगाए गए जुर्माने माफ करने, क्लीनर की अनिवार्यता समाप्त करने, व्यवसायिक वाहनों के प्रवेश प्रतिबंध व समय में ढील देने, ई-चालान संबंधी शिकायतों पर ध्यान देने जैसी विभिन्न मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है. विरोध प्रदर्शन के पहले दिन बड़ी संख्या में टेंपो और ट्रक चालकों ने विरोध प्रदर्शन में भाग लिया. हालांकि, पहले से लोड किए गए वाहनों में माल उतार दिया गया. अब नए वाहनों में माल की लोडिंग बंद कर दी गई है. बुधवार देर रात से अनाज, दूध, सब्जियां, फूल और दवाइयों का परिवहन करने वाले वाहन विरोध प्रदर्शन में भाग लेंगे. इसलिए, यदि विरोध इसी तरह जारी रहा, तो मार्केट यार्ड के व्यापारियों ने संभावना जताई है कि अगले दो दिनों में खाद्यान्न के साथ-साथ सब्जियों की भी कमी हो सकती है. चूंकि इस विरोध प्रदर्शन में टेंपो चालकों ने भी भाग लिया, इसलिए पुणे के टिम्बर मार्केट में शांति देखी गई.
चक्का जाम जारी रहेगा ः उदय बर्गे
वाहन बचाओ समिति के उदय बर्गे ने कहा कि आज बुधवार (2 जुलाई) को मंत्रालय में बैठक हुई. उसमें ट्रांसपोर्टरों की समस्याओं को लेकर कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली. इसलिए आंदोलन जारी रहेगा. हालांकि मीडिया में किसी ने कोई प्रतिक्रिया दी है, लेकिन मैंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है. जब तक मांगें नहीं मानी जातीं, हमारा आंदोलन जारी रहेगा.