आजकल आए दिन सड़क दुर्घटनाओं के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में यह समझना जरूरी है कि सड़क दुर्घटनाओं काे कारण अ्नसर लाेग हाथ-पैर की हड्डियां ताेड़ बैठते है. कई बार पसलियाें तक में फ्रै्नचर हाे जाता है. लेकिन दुर्घटना में फैकेवल हड्डी ही नहीं टूटती. बल्कि खून की नलियां भी क्षतिग्रस्त हाे सकती हैं. आइए समझतें हैं इसके बारे में..धमनी के टूटने का जाेखिम धमनी का काम ऑ्नसीजन युक्त शुद्ध खून काे शरीर के अंगाें तक पहुंचाना है.जब दुर्घटना में धमनी हठ जाती है ताे शुद्ध र्नत की सप्लाई बदं हाेने के हाथ-पैराें में सुन्नपन और गैंगरीन का जाेखिम बढ़ जाता है.
वहीं यदि शिरा टूटती है, जाे अशुद्ध र्नत काे हृदय में ले जाती हैं, हाथ पैराें में सूजन, खून के थ्नके बनने का जाेखिम बढ़ जाता है.जब हड्डी टूट जाए ताे...अगर हड्डी टूट जाए ताे घबराएं नहीं.हड्डी टूटने पर कुछ समय तक कच्चा प्लास्टर लगाकर इंतजार किया जाता है.यदि खून की नली क्षतिग्रस्त हाे गई हैं, ताे इंतजार न करें, तुरंत चिकित्सक से मिलें.हाथ-पैराें में रहे झनझनाहट अगर आपकी हड्डी वर्षाेंर् पहले दुर्घटना में टूटी थी और जाेड़ा दी गई है.लेकिन अब भी हाथ या पैर में सूजन, दर्द या झनझनाहट रहती है, ताे यह संकेत हाे सकता है कि खून की नलियाें में रूकावट है, ताे वैस््नयुलर सर्जन से संपर्क करें.