बुधवार पेठ, 4 जुलाई (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क) गणपति बाप्पा मोरया के जयकारों के बीच श्रीमंत दगडूशेठ गणपति बाप्पा सिंगापुर के लिए रवाना हो गए हैं. पुणे की तरह विदेशों में भी सार्वजनिक गणेशोत्सव पूरी श्रद्धा के साथ मनाने के उद्देश्य से दगडूशेठ गणपति बाप्पा की मूर्ति सिंगापुर के महाराष्ट्र मंडल संस्था को भेजी गई है. इससे सिंगापुर में भारतीय समुदाय में महाराष्ट्र की सांस्कृतिक पहचान और मजबूत होगी. दुनिया भर के गणेश-भक्तों के आराध्य श्रीमंत दगडूशेठ गणपति बाप्पा की मूर्ति सिंगापुर जाने से वहां रहने वाले भारतीयों में उत्साह और खुशी का माहौल है. श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई सार्वजनिक गणपति ट्रस्ट और सुवर्णयुग तरुण मंडल की ओर से मूर्ति सिंगापुर के महाराष्ट्र मंडल को भेजी गयी. इससे पहले मंदिर में मूर्ति की विधिवत पूजा-अर्चना की गई. इस अवसर पर ट्रस्ट के अध्यक्ष सुनील रासने, कोषाध्यक्ष महेश सूर्यवंशी, मूर्तिकार भालचंद्र उर्फ लाला देशमुख, राजाभाऊ घोड़के आदि उपस्थित थे. श्री गणेश की इस मूर्ति की ऊंचाई साढ़े तीन फीट है. पुणे में इस मूर्ति को सुभाषनगर स्थित श्री नटराज आर्ट्स के भालचंद्र उर्फ लाला देशमुख और राजेंद्र देशमुख ने एक माह में बनाया है. कोषाध्यक्ष महेश सूर्यवंशी ने बताया कि तीन वर्ष पूर्व एक मूर्ति सिंगापुर मंडल को दी गई थी. पिछले वर्ष मंडल ने उस मूर्ति का विसर्जन कर दिया था. इसलिए हम इस वर्ष गणेश भक्तों को सभी आभूषणों से सुसज्जित बाप्पा की मूर्ति भेज रहे हैं. इस अवसर पर हमारी कामना है कि सिंगापुर के साथ-साथ पूरे वेिश में संस्कृति और धर्म की पताका फहराती रहे.
स्नेह, सद्भाव, एकता और सांस्कृतिक जागरूकता को बढ़ावा
सिंगापुर महाराष्ट्र मंडल के अध्यक्ष अजय कुलकर्णी ने बताया कि सिंगापुर में महाराष्ट्र मंडल इस वर्ष सार्वजनिक गणेशोत्सव बड़े उत्साह और भक्तिभाव से मनाएगा. यह 1994 से एक पंजीकृत गैर-सरकारी संगठन के रूप में काम कर रहा है. इस मंडल का उद्देश्य सिंगापुर में महाराष्ट्रियन समुदाय के बीच स्नेह, सद्भाव, एकता और सांस्कृतिक जागरूकता को बढ़ावा देना है. पांच दिवसीय उत्सव में धार्मिक पूजा, आरती, पारंपरिक ढोल-ताशा और लेजिम प्रदर्शन के साथ-साथ विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे.