कोथरुड, 4 जुलाई (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क) एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. राहुल वेिशनाथ कराड को हाल ही में महाराष्ट्र तथा गोवा बार काउंसिल और पुणे बार एसोसिएशन द्वारा ‘एक्सीलेंस अवॉर्ड' से सम्मानित किया गया. यह पुरस्कार उन्हें लोकतंत्र, सुशासन और शांति के क्षेत्र में किए अनुकरणीय कार्य के लिए दिया गया. महाराष्ट्र और गोवा बार काउंसिल के अध्यक्ष एड. विठ्ठल बी. कोंडे-देशमुख और पुणे बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एड. हेमंत डी. झंजाड़ द्वारा प्रदान किया गया. महाराष्ट्र तथा गोवा बार काउंसिल (बीसीएमजी) ने पुणे बार एसोसिएशन के सहयोग से सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस अभय एस. ओक के सम्मान में विशेष कार्यक्रम का आयोजन कोथरूड स्थित एमआईटी डब्ल्यूपीयू के स्वामी विवेकानंद ऑडिटोरियम में किया था. इस अवसर पर डॉ. राहुल वेिशनाथ कराड को भी सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में देश भर से 1,500 से अधिक न्यायाधीश, वकील और बैरिस्टर शामिल हुए थे. सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस उज्वल भुयान ने बतौर मुख्य अतिथि अपने संबोधन में कहा, लोकतंत्र की नींव कानून का शासन है. इसके लिए स्वतंत्र न्यायपालिका जरूरी है. जिसमें ऐसे न्यायाधीश हों जो राजनीतिक हस्तक्षेप से स्वतंत्र होकर फैसले ले सकें. जस्टिस महेश सोनक, संदीप मारणे, आरिफ एस. डॉक्टर, मुंबई उच्च न्यायालय के न्या. रेवती मोहिते-डेरे तथा अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल ऑफ इंडिया के अनिल सी. सिंह भी कार्यक्रम में मौजूद थे. डॉ. राहुल वि. कराड ने कहा, राजनीति में शिक्षित नागरिकों का आना जरूरी है. शासन और राजनीतिक दलों में ठोस बदलाव कैसे लाया जाए, इस पर चर्चा जरूरी है. इसके लिए एमआईटी डब्ल्यूपीयू की पहल पर देश में पहली बार 1,800 से अधिक विधायकों का सम्मेलन आयोजित किया गया. न्यायाधीशों की नियुक्ति की जानी चाहिए न्यायमूर्ति अभय ओक ने कहा, न्यायाधीशों की कम संख्या के कारण मामलों के निपटारे में देरी होती है. इस स्थिति को सुधारने के लिए विशिष्ट क्षेत्रों की जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए न्यायाधीशों की नियुक्ति की जानी चाहिए.