सांस की बदबू या दुर्गंध एक आम परेशानी है. दांताें काे दिन में 2 बार ब्रश करना चाहिए. प्रतिदिन अच्छे ‘माउथवाॅश’का भी प्रयाेग करें. यदि सांस की दुर्गंध काे गंभीरता से न लिया जाए ताे यह मसूढ़ाें से लेकर मधुमेह तक बीमारी का कारण बन सकती है.इसके लिए खुराक का खयाल रखना भी आवश्यक है. क्योंकि कभी-कभी कम खुराक लेना भी सांस की दुर्गंध का कारण बन जाता है. भाेजन चबाने से लार का स्राव हाेता है और यह लार बै्नटीरिया काे कम करने हेतु एक ्नलींजर की तरह काम करती है.इसके अलावा प्याज और लहसुन आदि पदार्थाें का सेवन वर्जित कर देना चाहिए. सांस की दुर्गंध काे मिटाने के लिए किसी भी ताजे फल काे चबाकर खाना अधिक लाभप्रद रहता है. दंतचिकित्सकाें का भी मत है कि सेब जैसा फल खाने से सांस की दुर्गंध आश्चर्यजनक रूप से कम हाे जाती है.