पुणे, 13 अगस्त (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क) इस वर्ष पुणे में होने वाली पुनीत बालन ग्रुप आयोजित संयुक्त दहीहंडी पूरी तरह डिजे-मुक्त रहेगी और पारंपरिक ढोल-ताशा, प्रभात बैंड व मुंबई के प्रसिद्ध वरली बिट्स जैसे वाद्यों की गूंज में मनाई जाएगी. यह जानकारी ग्रुप के अध्यक्ष एवं युवा उद्योजक पुनीत बालन ने दी. पिछले साल छत्रपति शिवाजी मार्ग स्थित ऐतिहासिक लाल चौराहे पर यातायात अवरोध की समस्या को देखते हुए बालन ने शहर के विभिन्न मंडलों को एक साथ आकर संयुक्त रूप से दही-हंडी मनाने का प्रस्ताव रखा था, जिसे 35 मंडलों ने स्वीकार कर एक भव्य आयोजन किया था.
इस पहल को आगे बढ़ाते हुए इस साल भी लगातार दूसरे वर्ष संयुक्त दही-हंडी का आयोजन किया जा रहा है. संयुक्त दहीहंडी में श्रीमंत पेशवे गणपति मंदिर, श्रीमंत भाऊसाहेब रंगारी गणपति ट्रस्ट, श्री तांबडी जोगेेशरी सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल ट्रस्ट, श्री तुलसीबाग सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल ट्रस्ट, पुण्येेशर महादेव मंदिर उत्सव समिति, श्री गरुड़ गणपति (लक्ष्मी रोड), उदय तरुण मंडल (एफसी रोड), नागनाथ पार सार्वजनिक गणपति मंडल ट्रस्ट, मुंजोबा तरुण मंडल (पीएमसी), फनी आली तालीम ट्रस्ट, प्रकाश मित्र मंडल, भरत मित्र मंडल, त्वष्टा कासार समाज संस्था, आजाद हिंद मंडल (जे.एम. रोड), श्री शिवाजीनगर सार्वजनिक गणेशोत्सव, श्री हनुमान मंडल प्रतिष्ठान, जनता जर्नादन मंडल प्रतिष्ठान, क्रांतिवीर राजगुरू मित्र मंडल, गणेश मित्र मंडल (अलका चौक), भोईराज मित्र मंडल, शिवतेज ग्रुप और नटराज ग्रुप शामिल होंगे.
पुनीत बालन ने इस बार डीजे-मुक्त गणेशोत्सव का संकल्प लिया है, जिसके तहत दहीहंडी भी बिना डीजे के पारंपरिक माहौल में होगी. कार्यक्रम की शुरुआत युवा वाद्य पथक, समर्थ पथक, रमणबाग और शिवमुद्रा के ढोल वादन से होगी. इसके बाद प्रभात बैंड और फिर वरली बिट्स के बैंजो और पारंपरिक ताल के साथ दहीहंडी फोड़ी जाएगी. कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण उज्जैन के पारंपरिक शिव महाकाल का विशेष प्रस्तुतीकरण होगा.