पृथ्वी को बचाने के लिए हमें पर्यावरण को बचाना होगा

19 Aug 2025 11:40:15

dhari



 बिबवेवाड़ी, 18 अगस्त (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)


आरएमडी फाउंडेशन की उपाध्यक्ष शोभाताई आर. धारीवाल ने कहा कि पृथ्वी को बचाने के लिए पर्यावरण को बचाना जशरी है. वह ‌‘श्री उवसग्गहरं स्तोत्र‌’ के सामूहिक जाप कार्यक्रम में बोल रही थीं. यह कार्यक्रम श्रीमान रसिकलालजी एम. धारीवाल स्थानक (बिबवेवाड़ी) में आयोजित किया गया था. इस सामूहिक जाप कार्यक्रम का यह 9वां वर्ष था. इस कार्यक्रम का सफल आयोजन रविवार (17 अगस्त) को शाम 4 बजे पद्मश्री आचार्य चंदनाजी, पू. श्री मुकेश मुनिजी, पू. श्री जयप्रभ विजयजी, पू. श्री आगमचंद्रजी स्वामी की उपस्थिति में हुआ. शोभाताई आर. धारीवाल ने कहा कि इस जाप से समाज में सकारात्मक भावना का संचार होगा. इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन एक सामाजिक आवश्यकता है. इसमें न केवल जैन समुदाय भाग लेता है, बल्कि गैर-जैन समुदाय भी बड़ी संख्या में जाप के पाठ से लाभान्वित होता है. यह इस संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम का नौवां वर्ष है. मैं उन सभी का स्वागत करती हूं जो स्वयं यहां आए हैं.

आचार्य पद्मश्री चंदनाजी ने आशीर्वाद देते हुए कहा कि छोटी सी उम्र में ही जान्हवी धारीवाल बालन ने बिहार में वीरायतन संस्था के कार्यों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. उन्होंने वीरायतन संस्था द्वारा वर्तमान में किए जा रहे रोगी देखभाल और शिक्षा कार्यों में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है. पूज्य श्री जयप्रभ विजयजी ने श्रोताओं को श्री उवसग्गहरं स्तोत्र का महत्व समझाया. वहीं पूज्य श्री आगमचंद्रजी स्वामी ने कहा कि ऐसी पहल प्रशंसनीय है और इसका सभी को लाभ होना चाहिए. पूज्य श्री मुकेश मुनिजी ने कहा कि इस तरह का सामूहिक स्तोत्र जाप लोगों के लिए लाभकारी है. शोभाताई आर. धारीवाल ने अपने भाषण में आरएमडी फाउंडेशन द्वारा पूरे भारत में स्वास्थ्य, शिक्षा और पर्यावरण के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि जरूरतमंद और मेधावी छात्रों को छात्रवृत्ति के माध्यम से उच्च शिक्षा के लिए सहायता प्रदान की जाती है. गंभीर रूप से बीमार और शाकाहारी रोगियों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है.

वर्तमान में, निर्माण या सड़क विस्तार के लिए बड़े पेड़ों को काटा जा रहा है. सिर्फ पेड़ लगाना ऐसे पेड़ों की कटाई का विकल्प नहीं है, बल्कि पेड़ों को फिर से लगाना एक अधिक प्रभावी उपाय है. ऐसे समय में, फाउंडेशन की अध्यक्षा जान्हवी धारीवाल-बालन द्वारा 50 से 100 वर्ष आयु के पुराने बड़े पेड़ों को बचाने के लिए एक बड़ा अभियान चलाया गया है. अब तक 2,100 से अधिक पेड़ों को बचाया जा चुका है. अपने भाषण में शोभाताई ने, पुनीत बालन ग्रुप के अध्यक्ष पुनीत बालन की भी प्रशंसा की, जिन्होंने इस वर्ष डीजे मुक्त दही-हंडी उत्सव मनाया है. उन्होंने कहा कि एक तरह से जान्हवी धारीवाल-बालन और पुनीत बालन ने पृथ्वी और पर्यावरण को बचाने की जिम्मेदारी ली है. इसके लिए दोनों को बधाई दी जानी चाहिए. इस कार्यक्रम में पुनीत बालन, पोपटसेठ ओस्तवाल, वालचंद संचेती, विजयकांत कोठारी, अचल जैन, विभिन्न जैन संगठनों के पदाधिकारी, प्रसिद्ध उद्यमी, साथ ही शोभाताई आर धारीवाल छात्रावास (एफसी रोड), शोभाबेन आर. धारीवाल छात्रावास (डेक्कन) और शोभाताई आर धारीवाल छात्रावास (चिंचवड़) के छात्र, विभिन्न गणेश मंडल, आलंदी के वारकरी संप्रदाय के भक्तों के साथ ही जैन और गैर-जैन भाई-बहन उपस्थित थे. सामूहिक जाप के बाद, सभी भक्तों के लिए महाप्रसाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया.


 श्री उवसग्गहरं मंत्र संकट निवारक है

जैन धर्म में संस्कार और मूल्यों की परंपरा हजारों वर्षों से चली आ रही है. धर्म में अनेक मंत्र हैं, जिनमें से श्री उवसग्गहरं मंत्र संकट निवारक है. इस मंत्र से, जब श्रीमान रसिकशेठ धारीवाल साहब अस्पताल में वेंटिलेटर पर थे, तब चिकित्सा देखभाल के साथ-साथ, प्रतिदिन जाप से सकारात्मक ऊर्जा का सृजन हुआ. मेरा मानना है कि इससे उनकी जान बच गई. इसीलिए मैं रसिकलाल एम धारीवाल फाउंडेशन के माध्यम से हर साल सामूहिक जाप का आयोजन करती हूं.

- शोभाताई आर धारीवाल, उपाध्यक्षा, आरएमडी फाउंडेशन
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