अगर मैं मटन खाती हूं ताे किसी काे दिक्कत नहीं हाेती ताे आपकाे क्या दिक्कत है? ऐसा सवाल सुप्रिया सुले ने विपक्ष से पूछा है. उन्हाेंने यह भी कहा कि हम अपने पैसाें से खाते हैं. हम किसी पर निर्भर नहीं हैं. उन्हाेंने कई मुद्दाें पर महायुति सरकार की आलाेचना भी की.वह डिंडाेरी में महात्मा फुले की प्रतिमा के अनावरण समाराेह में बाेल रही थीं.डिंडाेरी तालुका के खेड़गांव में महात्मा फुले की प्रतिमा का अनावरण समाराेह आयाेजित किया गया. इस अवसर पर मंत्री नरहरि जिरवाल और सुप्रिया सुले माैजूद थीं. कार्यक्रम में भाषण के दाैरान सुप्रिया सुले ने मंत्री नरहरि जिरवाल के सामने सरकार की आलाेचना की. मैं रामकृष्ण हरि वाली हूं. मैं बस माला नहीं पहनती. क्याेंकि कभी-कभी मैं मटन खाती हूं, सच बाेलती हूं.मैं उनकी तरह झूठ नहीं बाेलती.
सुप्रिया सुले ने विपक्ष से पूछा. हमारे माता-पिता खाते हैं, हमारे ससुराल वाले खाते हैं, हमारे पति खाते हैं, उन्हाेंने यह भी कहा. हम अपने पैसाें से खाते हैं. हम पर किसी का काेई कर्ज़ नहीं है. एक बार मैं कहीं खाना खाने गई थी, ताे मैंने वहां मटन खाया. बस यूं ही वायरल हाे गया.क्या मैंने इसे खाकर काेई पाप किया? मुझइसे खाने का मन कर रहा है, इसलिए मैंने अभी तक माला नहीं पहनी है. जाे भी कराे, दिल खाेलकर कराे, सुप्रिया सुले ने कहा.मुख्यमंत्री समय नहीं दे रहे इस माैके पर सुप्रिया सुले ने सरकार के कामकाज की आलाेचना की. सुले ने आराेप लगाया, मुख्यमंत्री मुझे समय ही नहीं देते. चूंकि मुख्यमंत्री समय नहीं दे रहे हैं, इसलिए मैंने मांगना ही बंद कर दिया है. हमने दस बार समय मांगा है, लेकिन वह समय नहीं देते.
इसका क्या मतलब है, वह समय नहीं देना चाहते. इसलिए हम सीधे दिल्ली जाएंगे और अमित शाह से मिलेंगे. मैंने तय किया है कि मैं यहां काम नहीं करूंगी, मेरा काम दिल्ली में हाेगा, उन्हाेंने कहा और सार्वजनिक रूप से अमित शाह का धन्यवाद भी किया. उन्हाेंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने व्यापक कर्ज़ माफी का वादा किया था, लेकिन उन्हाेंने उसे पूरा नहीं किया.
लाड़की बहीण में बड़ा घाेटाला सुप्रिया सुले ने आराेप लगाया कि सरकार की लाड़की बहीण याेजना में बड़ा घाेटाला हुआ है. उन्हाेंने कहा, इस याेजना से 25 लाख महिलाओं के नाम काट दिए गए हैं. मैं सभी से अनुराेध करती हूं, जिरवाल साहब, हमें इसका पुरज़ाेर विराेध करना चाहिए