बिहार की राजधानी पटना में साेमवार काे जमीन मुआवजा बढ़ाने के लिए संयु्नत किसान माेर्चा के हजाराें किसान सड़काें पर उतरे. नीतीश सरकार के खिलाफ नारेबाजी और जाेरदार प्रदर्शन किए. इसके अलावा पुलिस के साथ नाेंकझाेंक भहुई.इस बीच दिल्ली के जंतर-मंतर में भी किसानाें ने धरना दिया. सीएम आवास का घेराव करने जा रहे किसानाें काे पुलिस ने राेका ताे किसान बैरिकेडिंग ताेड़कर आगे बढ़ गए और जमकर नारेबाजी करते रहे. इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे किसानाेें काे हिरासत में ले लिया. इस परकिसान नेता एवं सांसद सुधाकर सिंह ने कहा-राज्य सरकार भूमि अधिग्रहण के नाम पर किसानाें की जमीन पर जबरन कब्जा कर रही है. 2025 के रेट की बजाए 2014 के हिसाब से मुआवजा दे रही है जाे कि किसान बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं करेगा. विस्तार से प्राप्त खबराें के अनुसार इस प्राेटेस्ट में बक्सर से आरजेडी सांसद सुधाकर सिंह भी शामिल हुए्.
उन्हीं के नेतृत्व में विराेध प्रदर्शन किया गया. किसान बुद्धा पार्क से पटना जंक्शन हाेते हुए मुख्यमंत्री आवास तक मार्च करने निकले. पुलिस ने सभी काे बैरिकेडिंग कर डाकबंगला चाैराहे परराेका, किसान बैरिकेडिंग ताेड़कर आगे बढ़ने की काेशिश करते नजर आए. इस माैके पर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई. वाटर कैनन की गाड़ी भी मंगायी गई.किसानाें के इस प्रदर्शन नें हजाराें किसान शामिल हुए. उनके साथ आरजेडी नेता भी माैजूद रहे. संयुक्त किसान माेर्चा के अध्यक्ष राम प्रवेश यादव ने बताया कि किसानाें काे जमीन अधिग्रहण के बदले मुआवजा अब भी 2014 की दर पर दिया जा रहा है, जबकि आज 2025 की माैजूदा बाजार दर के अनुसार किसानाें काे मुआवजा मिलना चाहिए. दरअसल भारतमाला परियाेजना के तहत केंद्र सरकार की ओर से बक्सर जिले में सड़क निर्माण कार्य शुरू हुआ है. जिसमें हजाराें किसानाें की जमीन जमीन ताे ली जा रही है.
लेकिन उचित मुआवजा नहीं दिया जा रहा है.