आरएमडी फाउंडेशन द्वारा वृक्ष पुनर्रोपण अभियान

26 Aug 2025 11:48:17

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 नवी पेठ, 25 अगस्त (आ.प्र.)


 वर्तमान में, विकास कार्यों के लिए बड़े पैमाने पर पेड़ों की कटाई की जा रही है. इस पृष्ठभूमि में, आर. एम. धारीवाल फाउंडेशन (आरएमडी) ने पेड़ों को पुनर्जीवित करने के लिए पुनर्रो पण अभियान चलाया है. अब तक पुणे रिंग रोड, मुंढवा, घोरपड़ी और बी. जी. शिर्के रोड क्षेत्रों में 2,100 से अधिक परिपक्व पेड़ों का पुनःरोपण किया जा चुका है. फाउंडेशन की अध्यक्ष जान्हवी धारीवाल-बालन ने सोमवार (25 अगस्त) को एक संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी. इस अवसर पर फाउंडेशन की उपाध्यक्ष शोभाताई आर. धारीवाल भी उपस्थित थीं. प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि बड़े और परिपक्व पेड़ों को काटने से बचाना और उन्हें पुनर्रोपित करना यह उनका नया और सशक्त अभियान है. इस अभियान को महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास महामंडल, पुणे मनपा, सार्वजनिक निर्माण विभाग के सहयोग से कार्यान्वित किया गया है. गौरतलब है कि आर. एम. धारीवाल फाऊंडेशन द्वारा पुणे स्थित मुख्यालय में पिछले 40 वर्षों से श्री रसिकलाल एम. धारीवाल और श्रीमती शोभा आर. धारीवाल के दूरदर्शी नेतृत्व में लगातार काम किया है. शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण और आपदा राहत जैसे क्षेत्रों में 50 से अधिक संस्थानों के माध्यम से फाउंडेशन ने लाखों जिंदगियों पर सकारात्मक असर डाला है. आज फाऊंडेशन की अध्यक्षा जान्हवी धारीवाल-बालन इस विरासत को आगे बढ़ा रही हैं. भारत में प्रतिदिन विकास कार्यों,सड़कों, निर्माण और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के नाम पर पेड़ काटे जाते हैं. हर परिपक्व पेड़ का खोना हमारे पर्यावरण के लिए बड़ा नुकसान है. लेकिन उम्मीद है वृक्ष पुनर्रोपण से इन पेड़ों को नया जीवन मिल सकता है. एक परिपक्व पेड़ प्रतिदिन 4 लोगों के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन उत्पन्न करता है. हर एक पेड़ हर साल 1040 किलो उज2 सोखता है. सावधानी से किए गए पुनर्रो पण से 80% पेड़ जीवित रह सकते हैं. अब तक आरएमडी फाऊंडेशन ने पुणे रिंग रोड, मुंढवा, घोरपडी और बी. जी. शिर्के रोड जैसे क्षेत्रों में 2,100 से अधिक परिपक्व पेड़ों का सफल पुनर्रोपण किया है. लेकिन आने वाली चुनौतियां और भी बड़ी है.

एकजुटता से आंदोलन आगे बढ़ाना होगा



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पुणे रिंग रोड प्रोजेक्ट के कारण लगभग 172 किमी लंबे क्षेत्र में हजारों पेड़ों की कटाई होने की आशंका जताई जा रही है. लोगों की मदद से इन पेड़ों को बचाया जा सकता है. यह कार्य किसी एक व्यक्ति या एक संस्था की क्षमता से कहीं बड़ा है, इसलिए कई संस्थाओं, कंपनियों और समाज को मिलकर इस आंदोलन को आगे बढ़ाना होगा. आईए, आज ही कदम उठाएं ताकि विकास और पर्यावरण संरक्षण साथ-साथ चल सकें. हमसे जुड़ें. हमारा साथ दें. मिलकर पेड़ों को बचाएं और भविष्य सुरक्षित करें. - जान्हवी धारीवाल-बालन, अध्यक्षा, आरएमडी फाउंडेशन

इस तरह दे सकते हैं अपना अमूल्य योगदान

1) वृक्ष पुनर्रोपण के लिए आर्थिक सहयोग - आपकी मदद से पेड़ों को सुरक्षित स्थानों-कृषि भूमि, सेना की जमीन या जंगलों में-ले जाकर संरक्षित किया जा सकेगा. एक पेड़ के पुनःरोपण के लिए उसकी आयु और आकार के अनुसार 5,000 से 40,000 तक का खर्च आता है.
 
2) एक पेड़ गोद लें - किसी पुनर्रोपित पेड़ को 2 साल तक प्रायोजित करें, ताकि उचित देखभाल से उसकी लगभग 100% जीवित रहने की संभावना बढ़ सके.
 
3) पेड़ों के लिए जगह उपलब्ध कराएं-यदि आपके पास जमीन या परिसर उपलब्ध है, तो आप पुनर्रोपित पेड़ों की मेजबानी कर सकते हैं और उन्हें बढ़ाने में मदद कर सकते हैं. पुनःरोपण किए जाने के साथ ही आपको 20 / 25 / 30 वर्ष पुराने परिपक्व वृक्ष का लाभ मिलेगा.
 
4) जागरूकता फैलाएं-अधिक लोगों तक संदेश पहुंचाएं, समान विचारधारा वाले लोगों को जोड़ें और इस हरित आंदोलन को मजबूत करें. 5) इस कार्य के बारे में वेबसाइट-ुुु.ीावर्षेीपवरींळेप.ेीस.ळप/ीींशश-ीींरपीश्रिरपींरींळेप पर अधिक जानकारी ले सकते हैं.
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