हड्डियाें पर आपका शरीर एक ढांचा है जाे हड्डियाें पर टिका हाेता है. अगर हड्डियां कमजाेर हाे जायें ताे चलना-िफरना भी दूभर हाे सकता है. जब आप 40 की उम्र पार कर जाते हैं तब हड्डियाें का घनत्व कम हाेने लगता है, ऐसे में हड्डियाें पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है. मेनाेपाॅज के बाद की स्थिति में अधिक बदलाव हाेता है और पुरुषाें की तुलना में उनकाे अधिक ध्यान देने की जरूरत हाेती है. इस दाैरान हड्डियाें की बीमारियां खासकर आर्थराइटिस हाेने की संभावना बढ़ जाती है. राेज 1200 मिग्रा कैल्शियम लें. डेयरी उत्पादाें का अधिक सेवन करें. काेशिश करें कि इस समय आपका वजन बढ़ने न पाये. इसके लिए वजन घटाने वाले व्यायाम नियमित रूप से करें.
दिल का ख्याल रखें दिल बहुत नाजुक हाेता है और इसकी धड़कन आपकी जिंदगी है. उम्र के इस पड़ाव पर कमजाेर हाे रहे दिल का ध्यान रखें. कई शाेधाें की मानें ताे 45 साल के बाद महिलाओं की माैत के लिए सबसे अधिक जिम्मेदार दिल की बीमारियां हैं.काेलेस्ट्राॅल का स्तर बढ़ने, वजन बढ़ने और शारीरिक गतिविधियां कम करने से दिल कमजाेर हाेने लगता है. खास बात आप डाइट का ध्यान नहीं देते. खाने में मछली, साेया, ाइबर, ताजे फलाें का अधिक से अधिक सेवन करें. नियमित रूप से कम से कम 30 मिनट व्यायाम जरूर करें. काेलेस्ट्राॅल का स्तर न बढ़ने दें, और शारीरिक रूप से एक्टिव रहें. धूम्रपान न करें, एल्काेहल का अधिक सेवन न करें.