विकास के लिए नवाचार, नीति और नॉलेज जरूरी

31 Aug 2025 14:49:54

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शिवाजीनगर, 30 अगस्त (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)

भविष्य के लिए सुदृढ बुनियादी ढांचे के निर्माण हेतु नीतिगत नवाचार, सतत शासन और अनुसंधान को व्यवहार के साथ एकीकृत करने की आवश्यकता है. ज्ञान आधारित निर्णय प्रक्रिया ही भारत की विकास गाथा को अगले चरण को परिभाषित करेगी, ऐसी राय हरियाणा के मुख्य सूचना आयुक्त और पूर्व मुख्य सचिव डॉ. टी.वी.एस.एन. प्रसाद ने व्यक्त की. वे निकमार यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित दो दिवसीय 9वें अंतर्राष्ट्रीय कंस्ट्रक्शन, रियल एस्टेट, इंफ्रास्ट्रक्चर एंड प्रोजेक्ट मैनेजमेंट (आइसीसीआरआइपी-2025) के समापन में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे. इस मौके पर यूनिवर्सिटी की कुलपति डॉ. सुषमा कुलकर्णी और सम्मेलन के संयोजक एवं यूनिवर्सिटी के अनुसंधान एवं विकास के डीन डॉ. रजनीकांत राजहंस समेत गणमान्य उपस्थित थे. यहां पर विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्टता को मान्यता और सम्मान भी किया गया. इस वर्ष आईसीसीआरआईपी में 18 देशों के 200 से अधिक शोध पत्रों ने भाग लिया. छह प्रमुख विषयों पर विचार विमर्श किया गया. डॉ. सुषमा कुलकर्णी ने सभी प्रतिभागियों के योगदान की सराहना की और निर्माण एवं अवसंरचना क्षेत्रों में अनुसंधान, नवाचार और सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए यूनिवर्सिटी की प्रतिबद्धता पर जोर दिया. डॉ. रजनीकांत राजहंस ने सम्मेलन के शानदार सफलता के लिए उद्योग और नीति निर्माताओं के सामूहिक प्रयासों पर प्रकाश डाला तथा सभी का आभार व्यक्त किया.  
 
 
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