मित्रता का मतलब किसी की अधीनता स्वीकारना नहीं हाेता

04 Aug 2025 12:06:35
 
 
thoughts
जिस तरह लाेगाें के बीच संबंधाें के कई आयाम हाेते हैं, उसी तरह राष्ट्राें के बीच मित्रता का अर्थ बिना शर्त अधीनता नहीं है. फिलीपींस के पूर्व राष्ट्रपति ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के प्रति अपने प्रेम का इजहार किया, जिन्हाेंने भारी ऋण और निवेश का वादा किया था लेकिन जब एक अंतरराष्ट्रीय न्यायाधिकरण ने कुछ विवादित द्वीपाें काे मनीला काे साैंप दिया, ताे दाेनाेें देश एक-दूसरे से भिड़ गए. चीन के साथ अपनी दाेस्ती काे पाकिस्तान पहाड़ाें से ऊंचा, समुद्र से गहरा और मधु से ज्यादा मीठा बताता रहा है, लेकिन अब वह चीन के सबसे बड़े दुश्मन अमेरिका के साथ दाेस्ती के गीत गा रहा है.भारत-अमेरिका के बीच संबंध ठीक-ठाक चल रहे थे, लेकिन अपनी दूसरी वारी में अमेरिकी राष्ट्रपति डाेनाल्ड ट्रंप ने आक्रामक रुख अपनाने का फैसला कर लिया.
जुलाई में भारत जब अमेरिका के साथ एक व्यापार समझाैते पर बातचीत कर रहा था, ताे ट्रंप प्रशासन ने भारतीय आयाताें पर 25 फीसदी टैरिफ लगा दिया और रुस से तेल एवं हथियार खरीदने पर अतिर्नित जुर्माना भी लगा दिया. अपनी मंशा स्पष्ट करते हुए ट्रंप ने कहा कि ब्र्निस समूह (जिसमें भारत एक संस्थापक सदस्य है.) मूलत: अमेरिका विराेधी है और डाॅलर पर हमला करना चाहता है (लेकिन वह किसी काे भी डाॅलर पर हमला नहीं करने देंगे. इसलिए भारत के खिलाफ उनके टैरिफ आंशिक रूप से ब्र्निस और आंशिक रूप से व्यापार के लिए लगाएं हैं.फिर ट्रंप ने दावा किया कि उन्हाेनें कई देशाें के नेताओं से बात की है, और वे सभी अमेरिका काे ‘बेहद खुश’ करना चाहते हैं. हाे सकता है कि किसी ने उन्हें कहा हाे कि उनका टैरिफ आतंकवाद भारत काे रूस के और करीब ले जाएगा.
शायद इसी कारण गुस्से में उन्हाेंने पाेस्ट किया कि उन्हें इस बात की परवाह नहीं है कि भारत रूस के साथ ्नया करता है और वे ‘अपनी मृत अर्थव्यवस्थाओं काे एक साथ नीचे ले जा सकते हैं, मुझे इससे काेई फर्क नहीं पड़ता.’ ट्रंप की उन लाेगाें के प्रति बेलगाम शत्रूता, जाे उनके वफादार अनुयायी बनने से इन्कार करते हैं, उन्हें अपने ही पैराें पर कुल्हाड़ी मारने के लिए मजबूर करती है. भू-राजनीतिक तनाव, आर्थिक चुनाैतियाें और अंतरराष्ट्रीय यांत्रियाें के बीच अमेरिका की बढ़ती नकारात्मक छवि के कारण, 2025 में अमेरिका में पर्यटकाें का आगमन आधा हाेने की संभावना है. एक ऐसे देश में, जिसने स्वतंत्रता प्रेमियाें और मानवीय भावना काे महत्व देने वालाें काे आकर्षित किया, ट्रंप स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी के वादे काे फिर से लिख रहे हैं.
अमेरिकी खुदरा विक्रेताओं काे पर्यटकाें की कमी का एहसास हाे रहा है, जून 2025 में विदेशी पर्यटकाें के आगमन में छह फीसदी से ज्यादा की गिरावट आने की संभावना है.एक आलाेचक ने पाेस्ट किया है कि अगर ट्रंप का ब्रेन स्कैन कराया जाए, ताे उसमें हड़प्पा के खंड़हराें जैसी बहुत ज्यादा संरचनाएं (कैल्सीफिकेशन) दिखाई देंगी. डाेनाल्ड ट्रंप काे पता हाेना चाहिए कि एशियाई लाेग टैरिफ के झटके काे उन अमेरिकियाें की तुलना में कहीं ज्यादा आसानी से झेल सकते हैं, जाे मुश्किलें बर्दाश्त नहीं कर सकते. मेक अमेरिका ग्रेट एगेन के नाराें के बावजूद अमेरिका पूरी तरह से सब्सिडी पर चलने वाला बेराेजगाराें का देश है.ट्रंप से दुखी हाेकर रूस और चीन ब्र्निस के केंद्र के रूप में रिक (ठखउ) यानी रूस, भारत और चीन के समूह का प्रस्ताव रख चुके हैं. लेकिन भारत इसका सदस्य नहीं बन सकता, क्योंकि वह चीन पर कभी भराेसा नहीं करेगा.
चीन पर भराेसा ताे रूस भी नहीं करता, लेकिन कुछ संबंध सुविधा के लिए भी हाेते हैं.राष्ट्रपति डाेनाल्ड ट्रंप की घाेषणा पर नई दिल्ली की प्रतिक्रिया संतुलित और सम्मानजनक रही है. हमारे प्रव्नता ने कहा कि हम टैरिफ घाेषणा के निहितार्थाेर् का अध्ययन कर रहे हैं और एक निष्पक्ष, संतुलित और पारस्परिक रूप से लाभकारी द्विपक्षीय व्यापार समझाैतेें पर बातचीत कर रहे हैं. हम अपने किसानाें, उद्यमियाें और एमएसएमई के कल्याण की रक्षा और संवर्धन काे सर्वाेच्च महत्व देते हैं, और अपने राष्ट्रीय हिताें काे सुरक्षित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएंगे, जैसा कि ब्रिटेन के साथ व्यापक आर्थिक और व्याार समझाैते सहित अन्य व्यापार समझाैताें में किया गया. है.
दिलचस्प बात यह है कि विभिन्न राष्ट्राें के खिलाफ अलग-अलग शुल्काें का पैटर्न महानतम रणनीतिकार काैटिल्य के सिद्धांत में वर्णित है, जाे प्रत्येक पड़ाेसी देश के साथ उसकी श्नित और इरादाें के आधार पर अलग-अलग व्यवहार करने की सलाह देता है.
आगे ्नया हाेगा? डाेनाल्ड ट्रंप हमें अपने बेकार एफ- 35 बेचने की काेशिश करते रहेंगे और हम उनका विराेध करेंगे. वह 14 अगस्त, 2025 काे पाकिस्तान के निर्माण दिवस परेड में मुख्य अतिथि हाेंगे. वाशिंगटन ्नवाड पर धीमी गति से काम करेगा और यूक्रेन-रूस तथा इजरायल-ईरान युद्धाें पर अपना ध्यान केंद्रित रखेगा, ताकि उन्हें समाप्त हाेने से राेका जा सके. कंबाेडिया-थाईलैंड संघर्ष वैश्विक उथल-पुथल का एक अच्छा रूपक है, जिसमें दाे बाैद्ध राष्ट्र एक हिंदू मंदिर वाले क्षेत्र के लिए लड़ते हैं और मुस्लिम राष्ट्र मलेशिया शांति स्थापित करने की काेशिश करता है.प्रभुत्व का संघर्ष न ताे समाप्त हाेगा और न ही संयु्नत राष्ट्र का नाश हाेगा.
-दीपक वाेहरा, पूर्व राजनयिक
 
Powered By Sangraha 9.0