सावन माह के अंतिम साेमवार काे श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में मंगला आरती के बाद भक्ताें के लिए मंदिर के पट खाेल दिए गए. बाबा के जलाभिषेक और दर्शन के लिए भक्ताें की लंबी कतार लगी रही. अधिकारियाें ने कतार में खड़े भक्ताें पर पुष्प वर्षा की. पुलिस आयुक्त माेहित अग्रवाल ने बाढ़ की स्थिति काे देखते हुए कांवड़ मार्ग और श्री काशी विश्वनाथ धाम क्षेत्र में अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं. श्रद्धालुओं और तीर्थयात्रियाें काे जलमग्न घाट क्षेत्राें में प्रवेश से राेकने के लिए बैरिकेडिंग की गई है और चेतावनी संदेश बाेर्ड लगाए गए हैं. श्रद्धालुओं की 5 कि.ली लंबी कतारें लगी हैं.
अग्रवाल ने बताया कि गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर काे ध्यान में रखते हुए संवेदनशील घाटाें और मार्गाें पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है. घाटाें पर लाउडस्पीकर और माेबाइल पुलिस यूनिट्स के माध्यम से श्रद्धालुओं काे जलमग्न क्षेत्राें से दूर रहने, सावधानी बरतने और सुरक्षित दूरी बनाए रखने की घाेषणाएं की जा रही हैं. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कांवड़ मार्ग पर दिशा-निर्देशक बाेर्ड लगाए गए हैं. महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए संवेदनशील स्थानाें पर पर्याप्त संख्या में महिला पुलिस कर्मियाें की तैनाती की गई है. इसके अलावा, पुलिस चाैकियाें पर विश्राम, प्राथमिक चिकित्सा, पेयजल और अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं.