मुंबई, 8 अगस्त (वि.प्र.) एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक (एयू एसएफबी) को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से यूनिवर्सल बैंक बनने की सैद्धांतिक अनुमति मिल गई है. इस नोटिफिकेशन के साथ, एयू यूनिवर्सल बैंक बनने की अनुमति पाने वाला भारत का पहला स्मॉल फाइनेंस बैंक बन गया है. बैंक रिटेल, व्यापारिक और डिजिटल समाधानों सहित संपूर्ण बैंकिंग प्रोडक्ट और सेवाएं पेश करता है. परिवर्तन की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए जशरी नियामकीय और संचालन संबंधी शर्तों को पूरा करने की दिशा में काम करना शुरू करेगा. एयू के संस्थापक, प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री संजय अग्रवाल हैं. जयपुर के एक गोल्ड मेडलिस्ट चार्टर्ड अकाउंटेंट, पहले पीढ़ी के उद्यमी और क्रिकेट प्रेमी श्री अग्रवाल ने पारंपरिक कॉर्पोरेट करियर को ठुकराकर एक फाइनेंस कंपनी शुरू की. उनका एकमात्र वेिशास था कि भारत के सुविधाओं से वंचित और बिना बैंकिंग सुविधा वाले नागरिक भी सम्मानजनक वित्तीय सेवाओं के हकदार हैं. उनके पास कोई संस्थागत पूंजी नहीं थी और न ही विरासत में कोई पहचान मिली थी, फिर भी श्री अग्रवाल ने एक लेंडिंग कंपनी की स्थापना की, जिसका उद्देश्य राजस्थान के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले छोटे उद्यमियों को वाहन फाइनेंसिंग की सुविधा मुहैया कराना था. जो सफर एक साधारण से सपने के साथ शुरुआत हुआ था, वह आज दृढ़ निष्ठा की केस स्टडी, निरंतर विकास, सटीक क्रियान्वयन और संस्थागत निर्माण की मास्टरक्लास बन चुका है. 21 राज्यों और 4 केंद्र शासित प्रदेशों में 2,505 से अधिक बैंकिंग टचपॉइंट्स का एयू का व्यापक नेटवर्क 1.15 लाख करोड़ से अधिक ग्राहकों को सेवा प्रदान करता है, जो 53,000+ एम्प्लॉयीज के वर्कफोर्स द्वारा संचालित है. 30 जून 2025 तक एयू के पास 17,800 करोड़ का शेयरधारक फंड, 1,27,696 करोड़ का डिपॉजिट बेस, 1,17,624 करोड़ का कुल लोन पोर्टफोलियो और 1.60 लाख करोड़ से अधिक की बैलेंस शीट है.