सारसबाग, 19 सितंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
श्री महालक्ष्मी मंदिर द्वारा आयोजित सार्वजनिक नवरात्रि महोत्सव सोमवार (22 सितंबर) से 2 अक्टूबर तक मनाया जाएगा. घटस्थापना से शुरू होने वाले इस महोत्सव में धार्मिक कार्यक्रमों के साथ-साथ सांस्कृतिक और सामाजिक गतिविधियों का भी आयोजन किया गया है. इसमें विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाली महिलाओं द्वारा आरती तथा महिला सम्मान समारोह का भी आयोजन किया गया है. इसके साथ ही, राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. साथ ही शिवराज्याभिषेक समारोह के 350 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में, छत्रपति शिवाजी महाराज का भव्य राज्याभिषेक समारोह और एक जीवंत शोभायात्रा इस वर्ष के महोत्सव का आकर्षण होगी. यह जानकारी ट्रस्ट की मुख्य ट्रस्टी अमिता अग्रवाल ने शुक्रवार (19 सितंबर) को एक संवाददाता सम्मेलन में दी. इस अवसर पर ट्रस्ट के मुख्य संस्थापक एवं ट्रस्टी राजकुमार अग्रवाल, ट्रस्टी एड. प्रताप परदेशी, डॉ. तृप्ति अग्रवाल, प्रवीण चोरबेले, हेमंत अर्नालकर आदि उपस्थित थे. डॉ. तृप्ति अग्रवाल ने बताया कि सोमवार (22 सितंबर) को सुबह 9 बजे गोपालराजे पटवर्धन, पद्मराजे गोपालराजे पटवर्धन द्वारा घटस्थापना की जाएगी. राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम की 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर पहले दिन शाम 4.30 बजे इस पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया है. साथ ही, शाम 6 बजे मंदिर की लाइटिंग का उद्घाटन पुणे पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार करेंगे.
रात 8.30 बजे राधिका आपटे द्वारा दशावतार की प्रस्तुति की जाएगी. नवरात्रि के दूसरे दिन सुबह 5 बजे सामूहिक श्री सूक्त पाठ का कार्यक्रम आयोजित किया गया है. शाम 5.30 बजे लेखिका/कवयित्री सम्मान समारोह और डॉ. कल्याणी हर्डिकर की पुस्तक ‘जागर वेिशजननी चा’ का विमोचन होगा. यह कार्यक्रम मूर्ति शास्त्र के अभ्यासक डॉ. गो. बं. देगलुरकर की अध्यक्षता और डॉ. मंजरी भालेराव के कर कमलों द्वारा आयोजित किया जाएगा. 24 सितंबर को शाम 5.30 बजे महिला पुलिस और आरटीओ महिला अधिकारियों का सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा और शाम 7.30 बजे करवीर पीठ के शंकराचार्य जगद्गुरु विद्या नरसिंह स्वामी महाराज द्वारा आरती की जाएगी. इसी दिन रात 8.30 बजे छत्रपति शिवाजी महाराज का भव्य राज्याभिषेक, जीवंत प्रदर्शन जुलूस और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. यह विशेष कार्यक्रम शिवराज्याभिषेक समारोह के 350 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया है. नवरात्रि उत्सव के दौरान 25 सितंबर को शाम 5.30 बजे महिला वायुसेना अधिकारियों के लिए सम्मान समारोह आयोजित किया गया है. ललिता पंचमी के दिन कन्या पूजन नामक एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहेंगे. 27 सितंबर को चित्रकला प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण और कथक नृत्य प्रस्तुति जैसे कार्यक्रम होंगे. 28 सितंबर को पौराणिक विषयों पर आयोजित प्रतियोगिताओं के अंतिम तीन विजेताओं की प्रस्तुति शाम 5 बजे होगी. बताया गया कि 29 सितंबर को शाम 5 बजे नए स्टार्टअप शुरू करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया जाएगा. महोत्सव का मुख्य कार्यक्रम, नारी तू नारायणी- सम्मान समारोह, 30 सितंबर को शाम 5 बजे आयोजित किया जाएगा और पूजा मिसाल, मीरा बड़वे और सिस्टर लूसी कुरियन को सम्मानित किया जाएगा.
1 अक्टूबर को महिला मानव संसाधन अधिकारियों का सम्मान एवं डांडिया नाइट का आयोजन किया गया है. इस महोत्सव में सांस्कृतिक गतिविधियों के साथ ढोल-ताशा वादन सेवा, भजन, पारंपरिक नृत्य, सामूहिक गरबा शामिल होंगे.प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि धर्म और सामाजिकता को जोड़ने वाला तथा समाज के सभी वर्गों को समाहित करने वाला सार्वजनिक नवरात्रि महोत्सव हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी महालक्ष्मी मंदिर में मनाया जाएगा. इसके अलावा, मंदिर में श्री सूक्त अभिषेक, श्री विष्णु सहस्रनाम पाठ, महालक्ष्मी महायज्ञ, महाआरती जैसे धार्मिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे. सभी धार्मिक कार्यक्रम मिलिंद राहुरकर के मार्गदर्शन में आयोजित किए जाएंगे. विशेष रूप से, इस वर्ष दोपहर 2.30 बजे से 3.30 बजे के बीच दिव्यांग श्रद्धालुओं के लिए व्हीलचेयर की व्यवस्था की गई है. इसके माध्यम से, मंदिर प्रबंधन ने उनके दर्शन को आरामदायक बनाने का प्रयास किया है. न्यासी मंडल ने पुणेवासियों से इस नवरात्रि उत्सव के दौरान आयोजित सभी कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में भाग लेने की अपील की है.
सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे और बीमा
उत्सव के दौरान, महाराष्ट्र के राजनीतिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, धार्मिक और शैक्षणिक क्षेत्रों के गणमान्य व्यक्ति दर्शन के लिए मंदिर में आएंगे. श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए बीमा कराया गया है. मंदिर के आसपास के क्षेत्र में 50 सीसीटीवी कैमरे और 50 से अधिक सुरक्षा गार्ड तैनात रहेंगे.
दशहरे पर देवी को पहनाई जाएगी
सोने की साड़ी दशहरे के दिन, गुरुवार (2 अक्टूबर) को देवी महालक्ष्मी को सोने की साड़ी पहनाई जाएगी. वहीं शाम 6 बजे हल्दी-कुमकुम और ओटी का कार्यक्रम होगा, जबकि रात 9.30 बजे रावण दहन कार्यक्रम होगा.