राज्य में स्थानीय निकाय चुनाव नज़दीक आ रहे हैं.इसे देखते हुए सभी पार्टियाें ने तैयारियाँ शुरू कर दी हैं.इसी के चलते सभी विधायक, पूर्व विधायक, नगरसेवक और नेता कई बैठकें और कार्यक्रम करते नज़र आ रहे हैं. अब पूर्व विधायक सदा सरवणकर के एक विवादित बयान ने महाराष्ट्र की राजनीति में नया विवाद खड़ा कर दिया है. माैजूदा विधायकाें काे विकास कार्याें के लिए 2 कराेड़ रुपये मिलते हैं, लेकिन सदा सरवणकर ने दावा किया है कि विधायक न हाेते हुए भी उन्हें 20 कराेड़ रुपये का फंड मिला है. इस बयान ने राजनीतिक गलियाराें में गरमागरम बहस छेड़ दी है. पिछले कुछ दिनाें से महागठबंधन सरकार में धन वितरण में गड़बड़ी की बातें हाे रही हैं.