विदेशी सिल्वर ज्वेलरी के आयात पर राेक, घरेलू उद्याेग काे मिलेगी राहत

26 Sep 2025 16:25:43
 

gold 
 
पिछले कुछ दिनाें से चांदी की कीमताें में रिकाॅर्ड बढ़ाेतरी के बीच सरकार ने इसके इंपाेर्ट काे लेकर एक बड़ा कदम उठाया है. सरकार ने आसियान देशाें,विशेष रूप से थाईलैंड से चांदी के इंपाेर्ट में भारी बढ़ाेतरी के कारण इसे अगले कुछ महीनाें पर प्रतिबंधित कर दिया है. यह बैन बिना फैंसी वाले ज्वैलरी पर लगाया गया है.यानी, ऐसे गहने जिनमें काेई चमकीले पत्थर, माेती या नग जैसे हीरा, पन्ना आदि न लगे हाें. ये गहने सिंपल डिजाइन, जाे डेली यूज में लिए जाते हाें.बीते कल यानी 24 सितंबर काे डायरेक्टरेट जनरल ऑफ फाॅरेन ट्रेड ने एक नाॅटिफिकेशन जारी कहा कि इंपाेर्ट पाॅलिसी काे तत्काल प्रभाव से 31 मार्च 2026तक फ्री से बैन कर दिया गया है. सरकार के इस कदम के पीछे का मकसद फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) के गलत इस्तेमाल काे राेकना और तैयार ज्वैलरी की आड़ में चांदी के बड़े पैमाने पर इंपाेर्ट काे राेकना है.
 
सरकारी अधिसूचना के मुताबिक, बैन कैटेगरी के अंतर्गत आने वाले सामानाें के लिए सरकार से लाइसेंस लेना जरूरी है. अप्रैल-जून 2024-25 से अप्रैल-जून 2025-26 के दाैरान अधिमान्य शुल्क छूट के तहत सादे चांदी के गहनाें के आयात में तेजी से वृद्धि काे देखते हुए प्रतिबंध लगाए गए हैं.एक अधिकारी ने बताया FTA के नियमाें काे गलत इस्तेमाल करके इंपाेर्ट से डाेमैस्टिक मैन्युफैक्चरर पर निगेटिव प्रभाव पड़ रहा था. इसके अलावा, ज्वैलरी सेक्टर में राेजगार के लिए चुनाैती पैदा हाे रही है. उन्हाेंने आगे कहा कि सरकार के इस फैसले से ज्वैलरी मैन्युफैक्चरर्स काे बराबर माैके मिलेंगे. स्माॅल और मिड लेवल के ट्रेडर्स के हिताें की रक्षा हाेगी. साथ ही इस सेक्टर में काम करने वाले वर्कर्स के आजीविका के माैके सुरक्षित हाेंगे.
Powered By Sangraha 9.0