उन्नत शस्त्राें से ्नया हमारे देश की फाैज अब बदल रही है?

26 Sep 2025 16:50:21
 
 

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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 2025 काे सुधाराें का वर्ष घाेषित किया है. सुधाराें का उद्देश्य ‘सशस्त्र बलाें काे तकनीकी रूप से उन्नत, युद्ध के लिए तैयार और बहु-क्षेत्रीय एकीकृत अभियानाें में सक्षम बल में बदलना’ हाेगा. इसमें ‘एकजुटता और एकीकरण पहल काे बढ़ावा देना और एकीकृत थिएटर कमांड की स्थापना काे सुगम बनाना’ भी शामिल है. इसके अलावा अन्य सुधार भी हाेंगे. हालांकि, एकीकृत थिएटर कमांड पर सेनाओं के बीच मतभेद हैं.जहां थलसेना और नाैसेना इसके गठन की इच्छा रखती हैं, वहीं वायुसेना अपनी बहुमुखी प्रतिभा और सैन्य क्षमता घटने की आशंका के चलते इसके विपरीत साेचती है. सेना प्रमुख ने हाल ही में कहा था कि इन्हें एक निश्चित समय- सीमा के भीतर तैयार करना हाेगा. सीडीएस ने बार-बार कहा है कि इसके कार्यान्वयन से पहले तीनाें सेनाओं की राय ली जाएगी.
 
काेलकाता में संपन्न संयु्नत कमांडराें के सम्मेलन में भविष्य के सुधाराें पर विशेष जाेर दिया गया. इस सम्मेलन काे प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री सहित अन्य लाेगाें ने संबाेधित किया. सम्मेलन का विषय था ‘सुधार का वर्ष-भविष्य के लिए परिवर्तन.’ ऐसा आयाेजन 2023 में भी हुआ था.प्रधानमंत्री ने अपने संबाेधन में परिचालन तत्परता बढ़ाने के लिए एकजुटता, आत्मनिर्भरता और नवाचार पर जाेर दिया.रक्षा मंत्री ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से प्रधानमंत्री माेदी द्वारा घाेषित वायु रक्षा की सुदर्शन चक्र परियाेजना का जिक्र किया. रक्षा मंत्री ने जाॅइंट मिलिटरी स्पेस डाॅ्नटरिन (जेएमसी) भी जारी किया. सम्मेलन के दाैरान सेनाओं के बीच अंतर-संचालन, निर्णय लेने की प्रक्रिया काे सुव्यवस्थित करना और अंतरिक्ष, साइबर तथा विशेष अभियानाें के क्षेत्राें में संस्थागत ढांचाें में सुधार जैसे विषयाें पर चर्चा की गई. सीडीएस ने सम्मेलन के अंतिम दिन प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री द्वारा दिए गए निर्देशाें का उल्लेख किया और समूह ने उनके कार्यान्वयन के लिए एकराेडमैप पर चर्चा की.
 
सम्मेलन के दाैरान तीनाें सेनाओं के बीच एकजुटता बढ़ाने वाले कुछ बड़े फैसले लिए गए. सीडीएस के अधीन काम करने वाले और इस कार्यक्रम का समन्वय करने वाले आईडीएस (एकीकृत रक्षा स्टाफ) मुख्यालय ने ट्वीट किया कि ‘संयु्नत कमांडराें के सम्मेलन के अंतिम दिन, सभी प्रमुखाें और कमांडराें द्वारा तीनाें सेनाओं की शिक्षा शाखाओं का विलय करके एक त्रि-सेवा शिक्षा काेर बनाने के निर्णय की घाेषणा की गई.’ इसके अलावा, तीन संयु्नत सैन्य स्टेशनाें के गठन के निर्णय की भी घाेषणा की गई, जाे देश में पहली बार हाे रहा है. तीनाें सेनाओं का शिक्षा विभाग, गैरिसन, सैनिक स्कूलाें और व्य्नितगत सेवाओं के प्रशिक्षण संस्थानाें में सैनिकाें के शैक्षिक स्तर काे समान रूप से बढ़ाने के लिए जिम्मेदार है.सेना ने पहले अपनी शिक्षा वाहिनी काे साइबर, सूचना प्राैद्याेगिकी और भाषाई क्षमताओं सहित व्यापक उद्देश्याें के साथ आर्मी नाॅलेज एंड एनेबलर्स काेर में पुनर्गठित करने की याेजना बनाई थी.
 
इसका उद्देश्य भाषा विज्ञान के साथ-साथ साइबर सुरक्षा, सूचना प्राैद्याेगिकी और धारणा प्रबंधन के लिए जिम्मेदारी काे संभालना था. इन क्षेत्राें में प्रशिक्षित विशेषज्ञाें की नियु्नित शुरू हाे चुकी है. आईडीएस मुख्यालय की प्रारंभिक घाेषणा में यह स्पष्ट नहीं था कि ्नया यह नाैसेना और वायु सेना के लिए भी मानक हाेगा.साथ ही, अगर शिक्षा शाखा का विलय अपने वर्तमान स्वरूप में हाेता है, ताे सेना के काेर के पुननिर्देशन के इरादे पर इसका ्नया प्रभाव पड़ेगा, इस बारे में विस्तृत जानकारी सार्वजनिक हाेने में अभी समय लग सकता है. जहां तक संयु्नत सैन्य स्टेशनाें के निर्माण की बात है, ताे सरकार के निर्णय के आधार पर, माैजूदा छावनियाें काे सैन्य स्टेशनाें में परिवर्तित किया जा रहा है और नागरिक क्षेत्राें काे स्थानीय नगर निकायाें काे साैंपा जा रहा है.
 
कई छावनियां वर्तमान में सैन्य स्टेशनाें में परिवर्तित हाेने की प्रक्रिया में हैं. सैन्य स्टेशन वह स्थान हैं, जहां सैनिकाें काे उनके परिवाराें के साथ रखा जाता है और प्रशिक्षण भी हाेता है. माैजूदा संयु्नत सैन्य स्टेशन केवल अंडमान और निकाेबार कमान के अंतर्गत पाेर्ट ब्लेयर में स्थित हैं. मुंबई, गुवाहाटी और पाेर्ट ब्लेयर में संयु्नत परिचालन रसद केंद्र पहले से ही कार्यरत हैं.इस समय जहां एक स्टेशन पर एक से ज्यादा सैन्य सेवाएं हैं, वहां प्रत्येक सेना अपनी अलग व्यवस्था और सुविधाएं रखती है. ्नलब और अस्पताल जैसी कुछ सुविधाएं सभी के लिए समान हैं.
 
नई नीति का अर्थ हाेंगा कि सभी व्यवस्थाएं और सुविधाएं वरिष्ठ सेवा के नियंत्रण में हाेगी, जाे उन्हें एक ही राेस्टर के तहत आवंटित करेंगी.यह कैसे काम करेगा, यह देखना बाकी है.थिएटराइजेशन का उद्देश्य सेना की तीनाें सेवाओं और उनके संसाधनाें काे एक परिचालन भाैगाेलिक क्षेत्र में एकल, एकीकृत कमान संरचना के तहत परिचालन तैनाती के लिए विशिष्ट ‘थिएटर’ कमानाें में एकीकृत करना है.तीन संयु्नत सैन्य स्टेशन बनाने का फैसला भारतीय सेना के तीनाें अंगाें के बीच बेहतर एकीकरण लाने में कारगर ताे हाेगा ही, इससे बड़े एकीकृत थिएटर कमान के लिए जनश्नित, बुनियादी ढांचे और परिसंपत्तियाें के अनुकूलन में भी मदद मिलेगी. -हर्ष क्नकड़
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