‘आक’ का दूध : चेहरे की सुंदरता काे निखारता, दाद भी ठीक करता है

27 Sep 2025 21:58:43
 

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कील-मुहासें : हल्दी में आक के दूध काे मिलाकर कील मुंहासाें पर लेप करने से कुछ ही दिनाें में लाभ हाेगा और चेहरे पर चमक आएगी.
 
मुंह की झांई, धब्बे आदि : हल्दी के 3 ग्राम चूर्ण काे आक के दूध की 5-7 बूंद व गुलाब जल में घाेटकर आंखाें काे बचाकर झांई-युक्त स्थान पर लगायें, इससे लाभ हाेता है.काेमल प्रकृति वालाें काे आक की दूध की जगह आक का रस प्रयाेग करना चाहिए.
 
फाेड़े-फुंसी : आक की जड़ काे पानी के साथ पीसकर तैयार किए लेप काे फाेड़े-फुंसियाें पर लगाएं.
 
दाद : आक (मदार) के दूध काे हल्दी के साथ तिल के तेल में उबालकर दाद में या एक्जिमा में लेप करने से लाभ हाेता है.आक (मदार) के फूल और पंवाड़ के बीज काे पीसकर खट्टे दही में मिलाकर लेप करने से दाद में लाभ हाेता है. दाद काे खुजलाकर उस पर आक (मदार) की जड़ की छाल काे पीसकर लगाने से दाद ठीक हाे जाता है. आक (मदार) पुराने दाद काे ठीक करने के लिए पहले दाद काे किसी कपड़े से रगड़ लें, फिर दाद पर आक (मदार) का दूध लगा दें. इसे लगाने से बहुत जलन हाेती है, लेकिन एक बार में ही लगाने से दाद ठीक हाे जाता ह
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