वार्म वाॅटर थेरेपी बीमारियाें का प्राकृतिक उपचार बहुत उपयाेगी

27 Sep 2025 21:57:18
 

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वार्म वाॅटर ड्रिंकिंग थेरेपी इस थेरेपी में मरीज काे दिन भर में 8-10 बार केवल गुनगुना पानी पीने के लिए दिया जाता है. पानी हमेशा स्टील, पीतल या सेरेमिक के गिलास में ही पीने के लिए कहा जाता है. गुनगुना पानी पीने से शरीर में माैजूद टाॅ्निसन बाहर निकल जाते हैं. इस थेरेपी से बलगम, गैस, एसिडिटी और शरीर में इकट्ठा हुई अतिर्नित वसा की समस्या दूर हाेती है.कैसे देते हैं यह थेरेपी * आर्थराइटिस के मरीज थाेड़े-से गुनगुने पानी में कच्ची हल्दी का पेस्ट मिला लें. इस पानी काे सुबह खाली पेट पीएं और शाम काे डिनर से एक घंटा पहले पीएं. इससे जाेड़ाें के अंदर की अकड़न दूर हाेगी.
 
* थाइराॅइड पीड़ित व्य्नित रात काे एक चम्मच साबुत धनिया एक गिलास पानी में भिगाे दें. सुबह खाली पेट पानी काे आधा रह जाने तक उबालें. इसे गुनगुना हाेने पर पी लें.
 
* हाइपर एसिडिटी के मरीज काे दिन भर में कम से कम 6 गिलास गर्म पानी पीने के लिए कहा जाता है. गुनगुना पानी पेट में जाकर इकट्ठी एसिडिटी काे घाेल देता है और 30 से 45 मिनट के भीतर एसिडिटी से आराम देता है.
 
* माेटापे से ग्रस्त व्य्नित काे दिन में कम से कम 10-12 गिलास गर्म पानी पीना चाहिए. उसमें नींबू, कच्ची हल्दी का पेस्ट, आंवले का रस, शुद्ध शहद भी मिला सकते हैं. मरीज डायबिटिक है ताे उसे शहद नहीं देते. किडनी के मरीजाें काे पानी थाेड़ा-थाेड़ा करके देते हैं.
 
* त्वचा की समस्या से पीड़ित मरीज काे गुनगुने पानी में नींबू मिलाकर दिया जाता है और नीम के पत्ताें का पेस्ट नहाने के पानी ें मिलाकर नहाने के लिए कहा जाता है.
 
* उल्टी, खट्टी डकार आ रही हाे, भूख नहीं लग रही हाे, आंताें में सूजन हाे ताे पीड़ित व्य्नित काे गर्म पानी पिलाया जाता है.वार्म वाॅटर वाॅश थेरेपी इसमें मरीज काे वार्म वाॅटर में नहाने काे कहा जाता है या वार्म वाॅटर से प्रभावित जगह की ्नलीनिंग की जाती है.
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