‌‘मराठी गजल के उस्ताद सुरेश भट' तथा ‌‘साए में धूप' का विमोचन संपन्न

30 Sep 2025 14:22:46
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पुणे, 29 सितंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)

महाराष्ट्र राष्ट्रभाषा सभा (पुणे) के ज्ञानदा के अंतर्गत सभा के अध्यक्ष उल्हास पवार की अध्यक्षता में तिलक रोड स्थित केलकर सभागृह में हाल ही में मराठी के प्रसिद्ध गजलकार एवं साहित्यिक प्रदीप निफाड़कर लिखित ‌‘मराठी गजल के उस्ताद सुरेश भट और ‌‘साए में धूप' (दुष्यंत कुमार, लिप्यंतरण) किताब का विमोचन किया गया. इस अवसर पर प्रख्यात कवि दुष्यंत कुमार के पुत्र शायर आलोक त्यागी ने कहा कि जब हिंदी कविता लोगों से दूर होती जा रही थी, संप्रेषणीयता कोई मायने नहीं रखती थी, कविता अपनी बौद्धिकता से आक्रांत थी तब दुष्यंत कुमार ने सोचा कि मुझे कवि धर्म निभाना चाहिए, लोगों से संवाद स्थापित करना चाहिए. दुष्यंत जी ने सरकारी नौकरी करते हुए भी कवि धर्म निभाया. इस दौरान मंच पर उल्हास पवार, आलोक त्यागी, ममता त्यागी, प्रदीप निफाड़कर, सभा की कार्याध्यक्ष प्रा. डॉ. नीला बोरवणकर उपस्थित थे. इस अवसर पर ‌‘मराठी गजल के उस्ताद सुरेश भट' और ‌‘साए में धूप' इन दोनों किताबों पर आबासाहेब गरवारे कॉलेज के भूतपूर्व हिंदी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. ओमप्रकाश शर्मा तथा पुणे आकाशवाणी केंद्र के भूतपूर्व सहायक निदेशक तथा साहित्यिक डॉ.सुनील देवधर ने अपने विचार व्यक्त किए. इस प्रसंग में प्रदीप निफाड़कर ने बताया कि जिन दो किताबें मेरी 20वीं और 21वीं किताब है, एक किताब मराठी से हिंदी में तो दूसरी किताब हिंदी से मराठी भाषा में ट्रांसलेट की गई है. साथ ही यह समारोह बेहद खास है, क्योंकि दुष्यंत कुमार की जयंती है और ‌‘साए में धूप' नामक काव्य संग्रह का स्वर्ण महोत्सवी वर्ष है. समारोह के अध्यक्ष उल्हास पवार ने कहा कि महाराष्ट्र की भूमि में अनेक रत्न गढ़े गए हैं. नागपुर के सुरेश भट हों या शायर हों. उन्होंने अपने साहित्य द्वारा समाज को एक नया दृष्टिकोण प्रदान किया है. सुरेश भट सिर्फ की गजलें, उनका शब्द प्रवाह और उनके द्वारा स्थापित किए गए मूल्य समाज के लिए चिरन्तन प्रेरणा स्थान हैं. कार्यक्रम का सूत्रसंचालन एवं प्रास्ताविक सभा के सचिव रविकिरण गलंगे द्वारा किया गया. इस दौरान सभा की कार्याध्यक्ष डॉ. नीला बोरवणकर ने भी अपने विचार व्यक्त किए. आभार ज्ञापन सुनेत्रा गोंदकर ने किया. इस अवसर पर शहर के गणमान्य लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे.  
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