भारत की 30,000 कराेड़ की आईटी इंडस्ट्री पर संकट का साया छाया हुआ है. रूस-चीन से भारत की बढ़ती नजदीकी से नाराज अमेरिकी राष्ट्रपति डाेनाल्ड ट्रंप अमेरिका से काम देना बंद करने की तैयारी शुरू कर दी है. बता दें कि अमेरिकी कंपनीमाइक्राेसाॅप्ट, गूगल, अमेजान, आईबीएम का भारत में अरबाें रुपये का काराेबार हाेता है. यदि बंद हुआ ताे स्थिति भयावह हाे सकती ै. भारत में स्किल्ड तकनीशियन एवं इंजीनियर आसानी से उपलब्ध हाे जाते हैं. यदि अमेरिका से काम मिलना बंद हुआ ताे हजाराें युवाओं की नाैकरियाें पर असर पड़ना लगभग तय माना जा रहा है.
हाल ही में, अमेरिकी राष्ट्रपति डाेनाल्ड ट्रंप के सलाहकाराें ने विदेशी आउटसाेर्सिंग और रिमाेट वर्कर्स पर टैरिफ लगाने की बात कही है. इससे भारत के 283 बिलियन डाॅलर के आईटीइंडस्ट्री पर असर पड़ सकता है, क्याेंकि यह उद्याेग अमेरिका पर बहुत अधिक निर्भर है. इससे भारतीय प्राेफेशनल्स के लिए नाैकरियां कम हाे सकती हैं.इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डाेनाल्ड ट्रम्प शुक्रवार काे भारत के खिलाफ दिए गए अपने बयान पर करीब 12 घंटाें के अंदर ही बैकफुट पर चले गए. उन्हाेंने शाम 6-7 बजे के बीच व्हाइट हाउस में प्रेस काॅन्फ्रेंस के दाैरान एक सवाल पर कहा- मैं हमेशा माेदी का दाेस्त रहूंगा.