मराठा आरक्षण के मुद्दे पर अब मराठा कार्यकर्ताओं और विद्वानाें के बीच मतभेद बढ़ते दिख रहे हैं. मराठा समन्वयक और विद्वान डाॅ. संजय लाखे पाटिल ने मनाेज जरांगे की कड़ी आलाेचना की है. उन्हाेंने जरांगे के नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए कहा, मराठा आरक्षण जगन्नाथ का रथ है, लेकिन जरांगे काे लगता है कि मैं ही इस रथ काे खींच रहा हूं. जरांगे भी अपनी ही चाल चल रहे हैं. उन्हें कानून और सरकारी आदेशाें में काेई फर्क नहीं समझ आ रहा. लाखे पाटिल ने कहा कि वह पूरे मराठा समुदाय का नहीं, बल्कि कुनबी समुदाय का नेतृत्व कर रहे हैं.
मनाेज जरांगे के मुंबई आंदाेलन के बाद सरकार द्वारा जारी किए गए सरकारी आदेश काे लेकर राज्य के मराठा समन्वयकाें नमनाेज जरांगे काे आड़े हाथाें लिया है. एक ओर, सरकार द्वारा सरकारी आदेश जारी करने के बाद मराठा समुदाय जश्न मना रहा है, वहीं दूसरी ओर, कुछ मराठा विद्वान दावा कर रहे हैं कि इस सरकारी आदेश से मराठाें काे काेई फायदा नहीं हाेगा. इसी पृष्ठभूमि में, मराठा समन्वयक संजय लाखे पाटिल ने मनाेज जरांगे पर हमला बाेला है.डाॅ. लाखे पाटिल ने जरांगे पर कई गंभीर आराेप लगाए हैं.